6 जनवरी, 2020 शबाना बानो
देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार शाम को नकाबपोश बदमाशों ने घुसकर हमला कर दिया. JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष हमले में बुरी तरह घायल हो गईं. इसके साथ-साथ 40 से ज्यादा छात्र और शिक्षक हमले में घायल हुए हैं. घायलों में 30 छात्र जबकि 12 शिक्षक शामिल हैं. इनसे में 20 छात्रों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. हालांकि पुलिस के मुताबिक किसी भी घायल छात्र की हालत गंभीर नहीं है और सभी खतरे से बाहर हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम करीब 6:30 बजे लगभग 50 की संख्या में नकाबपोश गुंडे जेएनयू कैंपस में में घुस आए और छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया. इन लोगों ने कैंपस में मौजूद कारों को भी निशाना बनाया और हॉस्टल में भी तोड़फोड़ की.
हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी धोष बुरी तरह से घायल हो गई हैं. जानकारी के मुताबिक रविवार शाम बड़ी संख्या में बदमाश जेएनयू कैंपस में दाखिल हो गए, पहले उन्होंने छात्रों पर हमला किया और कुछ ही देर के बाद कैंपस के अंदर तोड़ फोड़ शुरू कर दी. हमलावरों के कई वीडियो और फोटोज सामने आए हैं, जहां वो हाथों में हॉकी, डंडे लिए घूम रहे हैं और कैंपस में तोड़ फोड़ करते नजर आ रहे हैं. छात्रों ने इस हमले के लिए छात्र संगठन एबीवीपी को जिम्मेदार बताया है. तो वहीं एबीवीपी के छात्रों ने इस हमले के लिए लेफ्ट के छात्रों को जिम्मेदार बताया है.
JNU छात्रों से मिलने पहुंचे योगेंद्र यादव से मारपीट, कहा- मुझे धक्का देकर गिराया.
JNU छात्रों से मिलने पहुंचे योगेंद्र यादव से मारपीट, कहा- मुझे धक्का देकर गिराया,
योगेंद्र यादव ने कहा, ‘रविवार रात मेरे साथ तीन बार मारपीट की गई. करीब 9:30 बजे जब मैं JNU के टीचर्स से बात कर रहा था तो एक पुलिस इंस्पेक्टर जिनकी वर्दी पर नेम प्लेट नहीं थी, उन्होंने मुझे घसीटा और फिर ABVP और RSS के लोग मुझे धक्का देने लगे. संस्कृत विभाग के प्रोफेसर मिश्रा भी उनके साथ थे. उन्होंने मेरा मफलर खींचा. मुझे गिरा दिया. मेरे मामूली चोटें आई हैं. मेरे उठने के बाद भी पुलिस मुझे धकियाते रही.’
50 से ज्यादा नकाबपोशों ने कैंपस में घुसकर छात्रों को बेरहमी से पीटा, हॉस्टल और वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की. इतना ही नहीं, सारा बवाल करने के बाद उपद्रवी बड़ी आसानी से कैंपस से निकल गए. हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष को बेरहमी से पीटा. हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 24 लोग घायल हुए हैं. हमलावरों ने शिक्षकों को भी अपना निशाना बनाया. घटना के बाद दिल्ली पुलिस के देरी से पहुंचने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. देर रात जब दिल्ली पुलिस ने परिसर में मार्च निकाला तो छात्रों ने ‘दिल्ली पुलिस वापस जाओ’ के नारे लगाए. इसका वीडियो सामने आया है.
JNU परिसर में कुछ देर की शांति के बाद सोमवार तड़के तनाव फिर बढ़ गया. आक्रोशित छात्रों ने विशेष पुलिस आयुक्त आर.एस. कृष्णया की अगुआई में परिसर में हो रहे पुलिस मार्च को रोक दिया. छात्रों ने साबरमती टी-पॉइंट पर पुलिस मार्च रोक दिया. पुलिस ने हालांकि उन छात्रों के अवरोध से बचते हुए कनवेंशन सेंटर की तरफ मार्च जारी रखा लेकिन उनके थोड़े ही आगे बढ़ते ही प्रदर्शनकारी छात्रों ने एक बार फिर पुलिस का मार्ग रोक दिया और ‘दिल्ली पुलिस वापस जाओ’ के नारे लगाए. न्यूज एजेंसी ANI ने इसका वीडियो जारी किया है. JNU के छात्र पुलिस को लगातार कैंपस के नॉर्थ गेट की तरफ खिसकाते रहे.
बता दें, कि रविवार शाम बाहरी माने जा रहे कुछ हमलावरों के एक समूह ने JNU परिसर में छात्रों और स्टाफ पर हमला कर दिया था. कुछ लोगों का आरोप है कि हमलावर ABVP कार्यकर्ता थे. छात्रों ने परिसर में हिंसा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का विरोध कर रहे छात्रों पर आरोप लगाया है. छात्रों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और मूकदर्शक बनी हुई है.
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