राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने उत्तराखंड में आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में एम्स चिकित्सा देखभाल और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विभिन्न चिकित्सा सेवा क्षेत्रों में एम्स की स्थापना न सिर्फ गुणवत्ता चिकित्सा सुविधाओं को सुलभ और किफायती बनाती है बल्कि यह महानगरों के अस्पतालों पर दबाव को भी कम करती है। राष्ट्रपति ने कहा कि अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अलावा ऋषिकेश स्थित एम्स को स्वंय को एक प्रभावी शोध केंद्र के रूप में कार्य करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि एम्स ऋषिकेश में कई सुपर स्पेशलिटी संकाय विकसित होने के बाद अन्य क्षेत्रों के लोग भी यहां उपचार के लिए आ सकेंगे। राष्ट्रपति ने चिकित्सकों से उत्तराखंड क्षेत्र के लिए विशिष्ट स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोध करने का भी आग्रह किया।
इससे पूर्व, राष्ट्रपति ने हरिद्वार में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन- ज्ञान कुंभ का भी उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का आयोजन उत्तराखंड सरकार और पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर जन समुदाय को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी केन्द्र और राज्य दोनों की है। राष्ट्रपति ने कहा कि यह सम्मेलन विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय का एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन से न केवल उत्तराखंड में बल्कि पूरे देश में उच्च शिक्षा के अवसरों का बढ़ावा मिलेगा।
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.