महात्मा गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर गुजरात में हुआ था। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। आगे जाकर लोग उन्हें बापू के नाम से पुकारने लगे।
महात्मा गांधी की जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है इस दिन हम अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाते हैं। यह दिन गांधी जी के विश्व शांति और न्याय आंदोलनों पर पड़े गहरे प्रभाव को याद करता है

वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया था । यह निर्णय गांधीजी के सिद्धांतों और विश्व शांति के प्रति उनके योगदान को सम्मान देने के लिए लिया गया था।
महात्मा गांधी जी की शिक्षा दीक्षा

महात्मा गांधी की प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर और राजकोट में हुई थी और उसके बाद सन् 1888 में वो लंदन चले गए थे और वहां उन्होंने बैरिस्टर( वकील) की पढ़ाई पूरी की थी। फिर वह सन् 1891 में भारत लौटे उसके बाद उन्होंने भारत में अपने वकालत शुरू की लेकिन उसमें उनको सफलता नहीं मिली।

सन् 1893 में जब वो दक्षिण अफ्रीका गए एक मुकदमे के सिलसिले में तो वहां उन्होंने भारतीयों के साथ हो रहे जातीय भेदभाव को देखा और उसकी कल्पना की फिर वहीं से गांधी जी ने सत्याग्रह शुरू कर दिया जब वह 1915 में भारत वापस आए तब उन्होंने किसानों, मजदूरों, के लिए छोटे- छोटे आंदोलन शुरू कर दिए उसके बाद धीरे -धीरे वह स्वतंत्रता संग्राम के एक बड़े नेता बन गए थे।
कौन कौन से आंदोलन किए गांधी जी ने

1- चंपारण सत्याग्रह आंदोलन (1917) : महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में जब बिहार के चंपारण जिले में किसानों को ब्रिटिश सरकार द्वारा थोपी गई नील की खेती के विरुद्ध था।
2- खेड़ा सत्याग्रह (1918)– यह सत्याग्रह गुजरात के खेड़ा जिले में महात्मा गांधी के द्वारा शुरू किया गया था। यह भी सत्याग्रह ब्रिटिश सरकार के खिलाफ चलाया गया था यह आंदोलन फसल खराब हो जाना या फिर किसानों पर कोई भयंकर अकाल पड़ जाने पर उनको कर माफ करने के लिए था।
3- जलियांवाला बाग हत्याकांड (1919)– यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के खिलाफ हुआ था जहां ब्रिटिश सेना द्वारा अमृतसर में जलियांवाला बाग में किया गया था जहां सैनिकों ने एक निहत्थे प्रदर्शन कर रही भीड़ पर गोलियाँ चलाकर सैकड़ों लोगों को मार डाला और हज़ारों को घायल कर दिया.
4- असहयोग आंदोलन (1920)– यह भारत का पहला राष्ट्रव्यापी आंदोलन था
5- नमक सत्याग्रह/ दांडी यात्रा (1930)- यह एक अहिंसक आंदोलन था, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के नमक कानून के विरुद्ध प्रतिरोध करना था।
6- भारत छोड़ो आंदोलन (1942)– भारत छोड़ो आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए शुरू किया था जिसमें महात्मा गांधी जी ने करो या मरो का नारा दिया था
Shivam Singh







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