5 May 2020,Prajjwal singh
कोरेाना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने संपूर्ण देश के अलग-अलग राज्यों के 170 जिलों को हॉटस्पॉट घोषित किया है। इसके अलावा सरकार ने शहरों, क्षेत्रों को तीन अलग-अलग जोन में भी बांटा है। रेड जोन, ऑरेन्ज जोन और ग्रीन जोन। हर जोन की एक अनिवार्यता है और उसके अनुसार जिले का नाम उसकी सूची में शामिल किया जाना है। आइये आसान भाषा में समझते हैं कि रेड, ऑरेन्ज और ग्रीन जोन का क्या अर्थ है।
रेड जोन Red Zone
सरकार ने हॉटस्पॉट उन जिलों को रेड जोन के नाम से चिन्हित किया है जहां कोविड 19 के मामलों की संख्या ज्यादा है और संक्रमण की ग्रोथ रेट अधिक दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेड जोन के तहत ही 170 जिलों को सूचीबद्ध किया है। इनमें 123 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना का अधिक कहर देखा गया जबकि 47 हॉटस्पॉट जिलों को क्लस्टर्स में बांटा गया है। अब इन क्षेत्रों में सरकार डोर-टू-डोर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
ऑरेन्ज जोन Orange Zone
इस श्रेणी में वे क्षेत्र आते हैं, जहां पिछले कुछ समय में संक्रमण के सीमित मामले आए हैं। यहां सीमित एक्टिविटी जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, खेती के उत्पादों की हार्वेंस्टिंग आदि के लिए ही परमिशन है। छोटे एवं मध्यम उद्योग (MSMEs) के तहत आने वाले सामान जैसे गेहूं का आटा, खाद्य तेल आदि के परिवहन के लिए भी यहां परमिशन होगी। हॉटस्पॉट जिलों में ऑरेन्ज जोन वे जिले होंगे जहां पिछले 14 दिनों में एक भी कोरोना पॉजिटिव का केस सामने नहीं आया है।
ग्रीन जोन Green Zone
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ग्रीन जोन ऐसे जिले हैं जहां कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस चिन्हित नहीं किया गया है। इन जिलों की लिस्ट के अलावा अन्य वे जिले जहां पिछले 28 दिनों से एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है, उन्हें भी इस ग्रीन जोन की सूची में शामिल किया जाएगा। इसके चलते इन क्षेत्रों में कुछ सेक्टर को सरकार की योजना के अनुसार छूट दी जा सकती है, जैसे-आवश्यक सेवाएं, बिजनेस मूवमेंट आदि। शराब की दुकानों को खोला जाना राज्य सरकार के रेवेन्यू में बड़ी भूमिका निभा सकता है, ऐसे में इस जोन में इसे शामिल किया जा सकता है। इन सबके के बीच इन राज्यों में एक भी रेड जोन नहीं है
अरुणाचल प्रदेश, असम, दादर नगर हवेली, दमन दीव, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, लक्ष्यदीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम और त्रिपुरा।
सरकार Red, Orange, Green Zone के हिसाब से ही छूट देगी। यानी रेड जोन वाले इलाकों में लोगों को अभी पाबंदियां झेलना होगी। वहीं ऑरेज जोन वाले को कुछ पाबंदियां और कुछ राहत मेें रहना होगा। ग्रीन जोन को पूरी तरह से खोला जा सकता है। हालांकि शर्तें लागू रहेंगी।
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