29 April2020,Naitik Raj Tiwari
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) कोरोना वायरस के चलते गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की सोच रही है। कोरोना संक्रमण के फैलने में लार या थूक वाहक का काम करता है। यही वजह है कि आईसीसी गेंद को चमकाने के लिए किसी अन्य पदार्थ पर विचार कर रही है। आईसीसी के इस विचार से क्रिकेट जगत दो धड़ों में बंटा हुआ नजर आ रहा है। कुछ इसे सही बता रहे हैं तो कुछ गलत। इन सबके बीच भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपनी एक अलग ही राय दी है। हालांकि, उन्होंने यह आइडिया हमेशा की तरह अपने मजाकिया अंदाज में दिया है।
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने लार से गेंद चमकाने की इस बहस को एक कदम आगे बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि गेंद लार से न चमकाने से सीधे-सीधे बल्लेबाजों को फायदा होगा। लार से आमतौर पर टेस्ट में गेंद चमकाई जाती है। इससे गेंद को स्विंग करने में मदद मिलती है। टेस्ट क्रिकेट में यह अहम फैक्टर होता है। इस पर चहल ने मजाक में आईसीसी को एक नया नियम बनाने के लिए कहा है।
भारतीय स्पिनर ने स्पोर्ट्स तक के साथ बातचीत में कहा कि अगर ऐसा होता है तो फिर बल्लेबाज को गेंद पर छक्का मारने के बाद उस गेंद को खुद ही तलाश करके लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इससे अंततः बल्लेबाजों को ही फायदा पहुंचेगा। इसलिए आईसीसी को नया नियम बनाना चाहिए कि यदि बल्लेबाज छक्का लगाता है तो उसे गेंद खुद ही तलाश करके लानी पड़ेगी।”बता दें कि युजवेंद्र चहल 2020 के आईपीएल में आरसीबी की तरफ से खेलने को तैयार थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते आईपीएल अनिश्चिचतकाल के लिए स्थगित हो गया है। इस महामारी के चलते पूरी दुनिया में तीस लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, भारत में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसके नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
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