नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने घोषणा की कि उन्होंने विद्यार्थियों, युवा शोध छात्रों और वैज्ञानिकों को बेहतर और सुरक्षित भारत बनाने हेतु प्रेरित करने के लिए उनके साथ नियमित संवाद को एक मिशन के तौर पर लिया है।
इस क्रम में उपराष्ट्रपति ने हैदराबाद के एनजीआरआई में सीएसआईआर संस्थान में भ्रमण के दौरान वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों के साथ ऐसा पहला संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि वह विभिन्न विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिक संस्थानों को प्रेरित करने के लिए नियमित तौर पर भ्रमण करेंगे, साथ ही उनके द्वारा की जा रहीं शैक्षणिक और शोध गतिविधियों को भी समझेंगे।
उन्होंने महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन को दोहराया, ‘पृथ्वी हर मानव की जरूरत को पर्याप्त देती है, लेकिन हर इंसान के लालच के लिए नहीं।’ उन्होंने एनजीआरआई, सीसीएमबी और आईआईसीटी के वैज्ञानिकों से भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और जल सुरक्षा और लोगों को सुरक्षित भविष्य उपलब्ध कराने की दिशा में काम करने के लिए कहा।
उपराष्ट्रपति ने ‘प्रकृति से खेलने’ के प्रति आगाह करते हुए कहा कि लोगों को बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रकृति की सुरक्षा और संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने पानी के सही इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा, ‘पानी का इस्तेमाल कम करो, दोबारा इस्तेमाल करो और रिसाइकिल करो।’
दो घंटों के भ्रमण के दौरान उन्होंने एनजीआरआई, सीसीएम और आईआईसीटी के निदेशकों के साथ ही सीएसआईआर संस्थानों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ संवाद किया
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