नई दिल्ली। गुजरात में दो और विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये। उधर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया।
शुक्रवार को दो और विधायकों छनाभाई चौधरी और मान सिंह चौहान ने शुक्रवार को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाने से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। उधर कांग्रेस के अहमद पटेल के राज्यसभा में जाने की संभावना कम हो गई है। गुजरात में बढ़ी राजनीतिक हलचल के बीच कांग्रेस के कुछ और विधायकों के पार्टी छोड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। कांग्रेस के 11 विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रास वोटिंग की है। दो दिनों में कांग्रेस के पांच विधायकों ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 54 है लेकिन दो दिनों में पांच विधायकों और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शंकर सिंह बाघेला के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राननीतिक सलाहकार अहमद पटेल का राज्यसभा पहुंचना मुश्किल हो गया है।
8 व 9 अगस्त को होने वाले गुजरात विधानसभा के मानसून सत्र से पहले, कांग्रेस के विधायक बलवंत सिंह राजपूत, तेजश्री पटेल और पी आई पटेल ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के विधायक बलवंत सिंह राजपूत ने कांग्रेस पार्टी में “सभी पदों” से इस्तीफा दे दिया है, जबकि वीरमगम विधानसभा क्षेत्र से विधायक डॉ तेजश्री पटेल जो गुजरात विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के मुखर नेताओं में से एक हैं, ने विधानसभा को भी छोड़ दिया है।

बलवंत सिंह राजपूत शंकर सिंह वाघेला के विधायक बेटे महेन्द्र सिंह वाघेला के समधी हैं.
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद तीनो विधायक भाजपा के गांधीनगर कार्यालय में पहुंचे। यह तीन इस्तीफे शंकर सिंह वाघेला के पार्टी और निर्वाचन पदाधिकारी छोड़ने के तुरंत बाद आते हैं। राजपूत उन विधायकों में शामिल थे जिन्होंने राज्यसभा के सांसद अहमद पटेल से दूसरे विधानसभा की बैठक में भाग नहीं लिया था। हाल ही में आयोजित राष्ट्रपति चुनावों में कम से कम 11 कांग्रेस विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग कांड के बाद कांग्रेस पार्टी ने किसी भी विधायकों की पहचान नहीं की है जिन्होंने मतदान किया। राजपूत अब भाजपा में शामिल हो गए हैं और आगामी राज्य सभा चुनावों में भाजपा की ओर से लड़ेंगे।
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