सावन के महीने में आने वाली हरियाली तीज के दिन औरतें अपने सुहाग के लिए सजती-संवरती हैं और व्रत रखती हैं. लेकिन अगर आप प्रेग्नेंट हैं और व्रत रखना चाहती हैं तो इससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें.
प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखने का फैसला आपकी सेहत को देखने के बाद ही लिया जा सकता है. इसलिए, प्रेग्नेंसी में मां और बच्चे को व्रत की वजह से होने वाले किसी भी जोखिम से बचने के लिए यह बहुत जरूरी है कि डॉक्टर से पहले सलाह ले ली जाए.
प्रेग्नेंसी में कम पानी पीना हो सकता है खतरनाक
- प्रेग्नेंसी में फास्ट के दिन चाय या कॉफी ज्यादा न पीयें. इससे आपको डीहाइड्रेशन हो सकता है, जो बच्चे के लिए खतरा बन सकता है. इसलिए ज्यादा से ताजा जूस पीयें और ताजा व साफ फल खाएं.
- व्रत में मीठी चीजें खा सकते हैं. लेकिन प्रेग्नेंसी में ज्यादा मीठा खाना बच्चे और मां दोनों के लिए अच्छा नहीं होता. इसलिए इसकी जगह आप फल पर ही निर्भर रहें तो ज्यादा अच्छा है.
- निर्जला व्रत करने की गलती न करें. ये याद रखें कि आपके साथ आपका बच्चा भी आपके खाने और पीने पर निर्भर करता है. इसलिए व्रत के दौरान नारियल पानी आदि पीते रहें.
- व्रत के दिन बहुत ज्यादा ना चलें. खासकर लंबी दूरी तक ना जाएं. बाहर तेज धूप में निकलने से बचें.
- पूजा के लिए लंबी अवधि तक ना बैठे रहें. इससे प्रेग्नेंट महिला को तकलीफ हो सकती है.
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