नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो ब्रिज के माध्यम से विभिन्न डिजिटल इंडिया कार्यक्रमों के लाभार्थियों से संवाद किया। वीडियो ब्रिज के माध्यम से 50 लाख लाभार्थी जुड़े। इनमें समान सेवा केंद्रों, एनआईसी केंद्रों, राष्ट्रीय नॉलेज नेटवर्क, बीपीओ, मोबाइल बनाने वाली इकाइयों तथा माईगोव के स्वयंसेवक शामिल हैं। प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो ब्रिज के माध्यम से सरकारी योजनाओं के विभिन्न लाभार्थियों से संवाद स्थापित करने का यह छठा अवसर था।
मैं मानता हूं ये अनोखा संवाद है जहां कम से कम 50 लाख से ज्यादा लोग एक ही विषय पर आज हम सब मिलकर के बाते करने वाले हैं। हर किसी का अनुभव सुनने का, उनसे बातचीत करने का एक ही अद्भुत अवसर है और जब Digital India launch हुआ था तो एक संकल्प था कि देश के सामान्य व्यक्ति को, गरीब को, किसानों को, युवाओं को, गांवों को डिजिटल की दुनिया से जोड़ रहा है।आज गांव में पढ़ने वाला विद्यार्थी सिर्फ अपने स्कूल-कॉलेज में उपलब्ध किताबों तक सीमित नहीं है। वो इंटरनेट का इस्तेमाल करके digital library के जरिये लाखों किताबों का access कर रहा है। वो अब scholarship की धनराशि के लिए स्कूल-कॉलेज के प्लानिंग सिस्टम पर निर्भर नहीं है। उसकी scholarship अब सीधा उसके बैंक खाते में आ जाती है। ये सब संभव हुआ है टेक्नोलॉजी के माध्यम से संचार क्रांति के द्वारा। आज से कुछ वर्ष पहले तक महानगरों से दूर छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में रहने वालों के लिए इस बात की कल्पना भी मुश्किल थी कि रेलवे टिकट बिना स्टेशन पर गए हुए, बिना लाइन में लगे हुए रेलवे टिकट बुक हो सकती है। या रसोई गैस बिना लाइन में घंटों बिताए सीधा घर तक पहुंच सकती है। टैक्स, बिजली, पानी का बिल बिना किसी सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाए ही जमा हो सकता है। लेकिन आज ये सब संभव है आपके जीवन से जुड़े हुए तमाम जरूरी काम अब बस अंगुली भर की दूरी पर है। और ऐसा नहीं है कि कुछ चंद लोगों को ही ये उपलब्ध है, हर एक को उपलब्ध है। देश के हर नागरिक को अधिक से अधिक सुविधाएं अपने घर के पास ही मिल सके। इसके लिए देश भर के Common Service Centres CSC network को मजबूत किया जा रहा है।
अब तक देश में करीब 3 लाख Common Service Centres खोले जा चुके हैं। आज Digital Service Deliver Centres का ये विशाल नेटवर्क भारत के 1 लाख 83 हजार ग्राम पंचायतों में फैला हुआ है। आज लाखों की संख्या में युवा Village Level Entrepreneurs (VLE) के रूप में काम कर रहा है। और खुशी की बात है कि इनमें 52 हजार महिलाएं उद्यमी काम कर रही हैं। इन केंद्रों के माध्यम से 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। समग्र रूप से देखें तो ये केंद्र न सिर्फ Empowerment का माध्यम बने हैं बल्कि इससे Education, Entrepreneurship or Employment को भी बढ़ावा मिला है। मेरे हिन्दुस्तान में जो बदलाव आ रहा है, जो बदलाव आप लोग ला रहे हैं और अपनी अंगुली की ताकत से ला रहे हैं ।
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