नई दिल्ली– पाकिस्तान में धर्मांतरण जैसे कोई आम बात हो गई है। अमेरिका द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सिख, ईसाई और हिंदू लोग जबरन धर्मातरण करवाने को लेकर डरे हुए हैं। पाकिस्तान सरकार धर्मांतरण को रोकने के लिए कोई जरुरी कदम नहीं उठा रही है।

साथ ही ये भी कहा गया कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों और धार्मिक आजादी को संरक्षण नहीं दिया जा रहा है। खबरों के मुताबिक पाक्सितान मे हुक्मरानों की शैली पर भी सवाल उठाए जा रहे है। वहा राज्य सरकारों के स्तर पर हिंदू, सिख और ईसाइयों की आजादी सुनिश्चित करने वालों कानूनों पर सही ढंग से अमल नहीं किया जा रहा है।
पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता पर खतरा मंडरा रहा है, वहां दो दर्जन से अधिक लोग ईशनिंदा के कारण या तो फांसी का इंतजार कर रहे हैं या उम्रकैद काट रहे हैं।
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