यूपी में एनसीईआरटी की किताबों से हटाए गए मुगल तो मचा बवाल, सोशल मीडिया पर चर्चा में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’

केंद्र सरकार की ओर से एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया गया है. मुगलकालीन इतिहास को 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम से हटाने का निर्णय लिया गया है. यूपी सरकार की ओर से इस बदलाव पर सबसे पहले मुहर लगाई गई है. ऐसे में सोशल मीडिया पर माहौल गरमा गया है.

मुगलकालीन इतिहास अब होगा स्कूली किताबों से गायब
उत्तर प्रदेश के हायर सेकेंडरी स्कूलों से मुगलकालीन इतिहास गायब होने वाले हैं. ताज़ा खबरों के अनुसार यूपी सरकार ने केंद्र की ओर से प्रस्तावित सिलेबस को लागू करने का निर्णय लिया है. इसके बाद से विवाद गहराने लगा है. बता दें, 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम में मुगल काल को पढ़ाए जाने की प्रक्रिया को बंद किए जाने के निर्णय की बड़ी संख्या में लोग निंदा कर रहे हैं. सरकार के इस कदम को बच्चों को इतिहास के एक बड़ी घटना से वंचित रखने की बात कही जा रही है.

योगी सरकार द्वारा लिया गया स्कूली छात्रों के लिए बड़ा फैसला !
वहीं, सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग सरकार के इस फैसले का समर्थन करता दिख रहा है. इसे मुगलकालीन इतिहास पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करार दिया जा रहा है. सरकार के इस फैसले के जरिए मुगलकालीन इतिहास को ग्लैमराइज और ग्लोरीफाई करके पढ़ाए जाने की निंदा भी शुरू हो गई है. मुगलकालीन स्थापत्य कला के नमूनों को पेश कर कुछ लोग इससे आने वाली पीढ़ी को वंचित रखने की बात कर रहे हैं. दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 से इतिहास की किताब से मुगलकाल का चैप्टर हटाने का फैसला लिया है. इसकी घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की है. इससे पहले ही एनसीईआरटी के प्रस्ताव को यूपी में लागू कि जाने की घो हो चुकी है.
Ayushi Kaushik (BJMC II)
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.