नई दिल्ली। असम और अरुणाचल को जोड़ने वाले एशिया के सबसे लंबे पुल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में उद्घाटन कर दिया। साथ ही उन्होंने कुछ दूरी तक इस पुल पैदल पर चहलकदमी भी की। यह पुल ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी केंद्र में भाजपा शासन के तीन साल पूरे होने के लिए एक खास कार्क्रम में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचे हैं। साथ ही अन्य कार्यक्रमों के अलावा वह एक रैली को भी संबोधित करेंगे।

The Prime Minister, Shri Narendra Modi at the Dhola Sadia Bridge, across River Brahmaputra, in Assam on May 26, 2017.
गुवाहाटी के खानापाड़ा वेटनेरी ग्राउंड में प्रधानमंत्री अपने तीन साल के कामकाज का लेखा-जोखा भी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि असम में भाजपा सरकार का एक साल का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है। इस पुल की खासियत यह है कि ब्रह्मपुत्र नदी पर बना यह पुल अरुणाचल और असम के लोगों के लिए काफी अहम है। साथ ही यह सामरिक दृष्टि से भी काफी मायने रखता है। अब सैन्य सामानों जैसे टैंक, गोला बारूद को चीन सीमा तक इस नये पुल के मार्ग से ले जाया जा सकेगा। इस पुल से असम और अरुणाचल के बीच न केवल दूरी कम हो जाएगी बल्कि दोनों राज्यों के लिए 24 घंटे आवाजाही आसान हो जाएगी। यह पुल असम के ढोला और अरूणाचल के सादिया के बीच संपर्क मार्ग का काम करेगा और पूरे असम और अरुणाचल के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। इसके कारण
असम के राष्ट्रीय राजमार्ग और अरुणाचल प्रदेश के क्रमशः रूपाई और मेका/रोईंग के मध्य करीब 165 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। अब इन दोनों जगहों को मात्र एक घंटे में पूरी की जा सकेगी। पहले इस दूरी को पूरा करने में छह घंटे का समय लगता था। तीन लेन का इस प्रोजेक्ट की कुल लंबाई दोनों ओर के सड़कों को मिला कर 28.50 किलोमीटर है और पुल 9.15 किलोमीटर लंबा है।
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.