उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा है कि भारतीय संस्कृति प्रतिभा और सेवा को प्रोत्साहित करती है। उपराष्ट्रपति आज आंध्र प्रदेश के तिरुपति में महिला सशक्तिकरण तथा किसान विकास की पहलों पर राष्ट्रीय सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आंध्रप्रदेश के उद्योग मंत्री श्री एन.अमरनाथ रेड्डी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कल्याणकारी कार्यक्रमों तथा सरकार की विकास योजनाओं से महिलाओं और किसानों को जोड़ने तथा सौहार्द तथा राष्ट्रीय एकीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय सेवा समिति की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए समाज की सोच में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है।
उपरष्ट्रपति ने कहा कि कृषि हमारी मूल संस्कृति है। हमें इसे समर्थन देना है तथा किसानों के लिए कृषि को उपयोगी बनाना है। उन्होंने कहा कि मुर्गी पालन तथा डेयरी से किसानों को अतिरिक्त आय की प्राप्ति होगी और उन्हें इन गतिविधियों को अपनाने पर विचार करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने तिरुपति को स्वच्छ और हरित बनाए रखने के लिए पालिका अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी से स्वच्छ भारत जैसे कार्यक्रम सफल होंगे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के मस्तिष्क में सेवा भावना होनी चाहिए। साझेदारी और सेवा हमारे दर्शन का मूल है।
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