पटना, 6 अक्टूबर 2025 — आज चुनाव आयोग (EC / ECI) बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों और शेड्यूल की घोषणा करने जा रहा है। यह ऐलान शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया जाएगा।
नीचे विस्तार से जानिए इस ऐलान से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी:
ऐलान समय और प्रेस कॉन्फ्रेंस

चुनाव आयोग ने तय किया है कि आज शाम 4 बजे बिहार चुनाव की तारीखों और शेड्यूल का ऐलान किया जाएगा।
इसके पहले ही आयोग ने राज्य की तैयारियों की समीक्षा के लिए दो दिवसीय दौरे की योजना बनाई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मतदान, मतगणना, चरणों की संख्या और अन्य नियमों की घोषणा की जाएगी।
पृष्ठभूमि — विधानसभा का कार्यकाल और ज़रूरी समयसीमा

बिहार विधानसभा की अवधि 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रही है, इसलिए नए सदन का गठन उसी तारीख से पहले होना अनिवार्य है।
चुनाव आयोग ने पहले ही बिहार की मतदाता सूची — Special Intensive Revision (SIR) — प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिससे ड्राफ्ट लिस्ट को अंतिम रूप दिया गया है।
SIR प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं की सूची “शुद्धीकरण” की गई, जिसमें मृत, स्थानांतरित या अवैध नाम हटाए गए।
संभावित मतदान तारीखें और चरण

सत्रह (243) सीटों पर इस चुनाव को दो या तीन चरणों में कराए जाने की संभावना है। अनुमान है कि मतदान 5 नवंबर से 15 नवंबर के बीच हो सकता है, खासकर छठ पूजा और दिवाली के बाद। पिछले चुनावों की तरह इस बार भी चुनाव आयोग त्योहारों के समय और प्रशासनिक तैयारियों को ध्यान में रख कर तारीखों का चयन करेगा।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव एवं सुधार

आयोग ने इस चुनाव के लिए 17 नए चुनावी पहल (initiatives) लागू करने का निर्णय लिया है। उनमें से प्रमुख है:
EVM में उम्मीदवारों की रंगीन फोटो दिखाने की व्यवस्था,
पोस्टल बैलेट के नियमों में सुधार,
मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या सीमित करना,
पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड को स्वीकार करना।
आयोग ने कहा है कि बिहार की SIR प्रक्रिया 22 साल बाद पहली ऐसी व्यापक “शुद्धीकरण” है।
राजनीतिक पैरों की हलचल

NDA और INDIA ब्लॉक दोनों ही तैयारियों में जुटे हैं। NDA इसके लिए गठबंधन सीट बंटवारे, रणनीति और प्रचार के मोर्चे तैयार कर रहा है।
विपक्ष ने SIR प्रक्रिया की आलोचना की है और कहा है कि इसमें मानवाधिकार एवं लोकतंत्र की अनदेखी हो सकती है।
कांग्रेस ने बिहार के लिए EBC न्याय संकल्प नाम से अपना पहला घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें EBC वर्गों के लिए आरक्षण और अन्य सुधारों का प्रस्ताव है।
425 वरिष्ठ अधिकारियों की चुनाव आयोग इसमें शामिल हैं, जिन्हें पर्यवेक्षक (observers) कहा गया है। इन्हें “लोकतंत्र के प्रकाशस्तंभ” करार दिया गया है।
इसके अलावा, 15 बिहार की छोटी पार्टियों को आयोग की आधिकारिक सूची से हटा दिया गया है।
आंकड़े और मतदाता सूची की स्थिति

बिहार की अंतिम मतदाता सूची अब जारी हो चुकी है — इसमें कुल 7.42 करोड़ मतदाता दर्ज हैं।
इस सूची में लगभग 69 लाख नाम हटाए गए हैं, जो SIR प्रक्रिया के तहत अवांछित या अयोग्य माने गए।
सूची में 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए और 3.66 लाख नाम हटाए गए।
Divesh kumar
BJMC 3







Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.