आप यह चीज़ समझते होंगे की माँ-बाप की ज़िम्मेदारी को अच्छे से निभाना कितना मुश्किल है. आप यह चीज़ भी समझते माँ-बाप का काम दुनियाँ का सबसे बड़ा काम होता है. बच्चे को अच्छी तालीम देने के साथ ही उसे एक अच्छा इंसान बनाना भी मां-बाप की ही जिम्मेदारी होती है. ऐसे में कई ऐसे पड़ाव आते हैं जब मां-बाप को बच्चे के प्रति सख्त होना पड़ता है.
कई बार बच्चों को ये लगने लगता है कि उनके मां-बाप ही उनके सबसे बड़े दुश्मन हैं और कई बार मां-बाप को भी ये लगता है कि उनके बच्चे उनकी बिल्कुल भी परवाह नहीं करते. ये एक मुश्किल दौर होता है जिसे काफी सूझबूझ से निपटाया जा सकता है. मां-बाप कभी ये नहीं चाहते हैं कि उनका बच्चा कुछ भी ऐसा करे जिसकी वजह से उसे भविष्य में पछताना पड़े इसलिए वो अक्सर कुछ बातों को लेकर सख्त हो जाते हैं.
बच्चे को प्यार देने के साथ ही उनके साथ सख्त होना भी बहुत जरूरी है लेकिन कुछ बातें ऐसी भी होती हैं जिन्हें कभी भी बच्चे से नहीं कहना चाहिए.
अपने आप से अपने बच्चे की तुलना करना बहुत गलत बात है. बात-बात पर अपने बच्चे की तुलना करना सही नहीं है. इससे उसका मनोबल तो कम होगा. उसे आप ही उसके सबसे बड़े दुश्मन नजर आने लगेंगे.
बच्चे को गलती से भी ये न कहें की तुम बहोत बुरे हो. आपके ऐसा कहने पर वो खुद को उपेक्षित महसूस कर सकता है या ये भी हो सकता है कि वो डिप्रेशन में चला जाए. उसे लग सकता है कि कोई भी उसकी बात सुनने वाला नहीं है.
हर बच्चे के लिए उसके दोस्त बहुत खास होते हैं. ऐसे में अगर आप किसी बच्चे से ये कहते हैं कि उसके दोस्त खराब हैं और उसे उनके साथ रहना छोड़ देना चाहिए तो आपकी ये बात बच्चे को दुखी कर सकती है.
बच्चे की तुलना उसी के छोटे या बड़े भाई-बहन से करना सही नहीं है. ऐसा करने से बच्चा अपने ही भाई-बहन को अपना दुश्मन समझना शुरू कर देगा.
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