नई दिल्ली। डाटा लीक के मामले में मचे तूफान के बीच फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि डाटा लीक होना मेरी गलती है। उधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि मेसूल में 39 भारतीयों की मौत से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ने इस मामले में कांग्रेस को घसीटा है।
अमेरीकी राष्ट्रपति चुनाव में फेसबुक के करीब पांच करोड़ यूजर्स का डाटा चुराने का आरोप लगा था। इसके बाद अब बुधवार को यह तूफान भारत पहुंचा। इसके तहत कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि 2019 के लिए चुनाव कांग्रेस डाटा चोरी की आरोपा फर्म कैंब्रिज एनालिटिका की सेवाएं ले रही है। उल्लेखनीय है कि भारत में करीब 20 करोड़ फेसबुक के यूजर्स हैं। कानून मंत्री ने कहा था कि किसी भी तरह से चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के प्रयास को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को बुलाया भी जा सकता है।
डाटा चोरी के मामले में मचे तूफान के बीच सेफबुक के सीईओ जुकरबर्ग ने कहा कि कंपनी की ओर से गलती हुई है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है कि मैंने फेसबुक शुरू किया था और स प्लेटफार्म पर जो होता है उसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं। डाटा लीक रोकने के लिए मैं काफी गंभीर हूं। उन्होंने कहा कि किसी के निजी डाटा के गलत प्रयोग को रोकने के लिए कंपनी कदम उठाएगी।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इराक में 39 भारतीयों की मौत के मामले में सरकार जमीन पर आ गई है। उनका झूठ पकड़ा गया है। इसलिए कांग्रेस और डाटा चोरी पर कहानी गढ़ी जा रही है। सारे मीडिया को मुद्दा मिल गया है। 39 भारतीयों का मामला राडार से गायब है।
जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक तीन चरणों में इस तरह के कदम उठाएगी जिससे डाटा का गलत इस्तेमाल न हो सके। पहला जानकारियां देने से पहले सभी ऐप्स की जांच की जाएगी। लोगों को भी इस बारे में सूचना दी जाएगी। दूसरे गलती न हो इसके लिए डेवलपर्स को डाटा एक्सेस नहीं दिया जाएगा। तीसरा फेसबुक के न्ज फीड टॉप पर हम एक टूल देंगे जिसका इस्तेमाल यूजर्स कर सकेंगे। यह ऐप परमिशन को खारिज कर देने का एक सरल उपाय होगा।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी अखबार गार्डियन और न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित समाचार के अनुसार डोनाल्ड ट्रम्प के चुनावी अभियान से जुड़ी ब्रिटिश फर्म कैंब्रिज एनालिटिका ने 2014 में 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा बेजा तरीके से प्राप्त किया था। फेसबुक ने एनालिटिका को अपने प्लेटफार्म से निलंबित कर दिया था। साथ ही फेसबुक ने कहा था कि 2015 में ही एनालिटिका का ऐप बैन कर दिया गया था। फेसबुक के अनुसार एनालिटिका ने उसे भरोसा दिया था कि डाटा को हटा दिया गया लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
उधर फेसबुक डाटा लीक को सामने लाकर दुनिया भर में तूपान मचाने वाले क्रिस्टोफर वायली ने एक इंटरव्यू कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका में जॉब से पहले उनको इसका बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वे किसी जाल में फंसने जा रहे हैं। उन्होंने कहा- मुझे कैम्ब्रिज एनालिटिका ज्वॉइन करने पर अफसोस है। ब्रिटेन की कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के रिसर्च हेड रहे वायली ने ही साइकोलॉजिक प्रोफाइलिंग का सिस्टम डेवलप किया था।
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