01 April 2020, Upandra Kumar
उपेंद्र कुमार पासवान
देशभर में कोरोना वायरस से फैलने के डर बीच अब तब्लीगी जमात के मरकज के आयोजन पर बहस शुरू हो गई है,कई राजनीतिक दलों ने मरकज का आयोजन करने के लिए तब्लीगी जमात पर निशाना साधा है,गौरतलब है कि तब्लीगी ने 13-15 मार्च के बीच मरकज का आयोजन किया था. कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच इसमें उन देश को लोगों को भी बुलाया गया, जहां कोरोना से संक्रमण के मामले काफी ज्यादा हो गए थे भाजपा के नेता आरके सिन्हा ने बुधवार को ट्वीट कर तब्लीगी पर आतंकी संगठनों से सांठगांठ करने का आरोप लगा दिया.
राज्यसभा में बिहार से सांसद सिन्हा ने एक न्यूज चैनल के पत्रकार के ट्वीट को रीट्वीट कर लिखा,यह षडयंत्रपूर्वक किया गया है पहले भी इस तब्लीगी मरकज के पर पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों की सांठगांठ के आरोप लग चुके हैं,मैं इस तब्लीगी मरकज पर प्रतिबंध लगाने की मांग करता हूं.
इससे पहले राज्यसभा से ही भाजपा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने भी तब्लीगी जमात पर देश की सांस्कृतिक जड़ों से कटे होने का आरोप लगाया,उन्होंने कहा सुधार कोई थमा हुआ स्थिर संकल्पना नहीं है. यह अलग-अलग लोगों के लिए अलग अहमियत वाला है तब्लीगी जमात के लिए यह मुस्लिमों को और शुद्ध मुस्लिम बनाने का तरीका है, जिससे वे अपनी स्वदेशी परंपरा और सांस्कृतिक जड़ों से अलग हो जाएं.
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने का था कि तब्लीगी जमात मुस्लिमों को दुश्मन बनाने का सबसे अच्छा बहाना बन जाएगा, जैसे हमने ही कोरोनावायरस दुनिया में फैलाया हो हालांकि, भाजपा नेता और केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि तब्लीगी जमात ने तालिबानी जुल्म किया है.इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को माफ नहीं किया जा सकता,ऐसे लोगों और संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जो सरकार के आदेशों को नहीं मानते.