नई दिल्ली। कांग्रेस महाधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के युवाओं को मौका दिये जाने के आह्वान का असर दिखाई देने लगा है। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले दो और प्रदेश अध्यक्षों ने अपने इस्तीफे हाई कमान को सौंप दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 84 वें अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम पार्टी कार्यकर्ताओं से अहम पदों पर आगे आने की बात कही थी। साथ ही कहा था कि महाधिवेशन में आगे की पंक्ति में बैठे पार्टी नेताओं और पीछे बैठे आम कार्यकर्ताओं के बीच की दीवार टूटनी चाहिए। उनका साफ इशारा थी कि वरिष्ठ पदों पर बैठे नेताओं को अन्य कार्यकर्ताओं को आगे आने का मौका देना चाहिए।
जानकारी के अनुसार इसी कड़ी में राजबब्बर समेत तीन प्रदेश अध्यक्षों ने अपने इस्तीफे सौंप दिये हैं ताकि युवाओं को इन पदों पर हाई कमान मौका दे सके। इससे पहले गोवा और गुजरात के प्रदेश अध्यक्षों ने इस्तीफे दे दिये थे। हालांकि इन इस्तीफों के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। माना जा रहा है कि आधिकारिक घोषणा होने तक राजबब्बर अपने पद पर बने रहेंगे।
2019 के चुनाव की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का काफी सियासी महत्व है। 2014 के चुनाव में कांग्रेस के सांसद सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुने जा सके थे। हाल में गुजरात में कांग्रेस को सीटों के लिहाज से मिली सफलता को देखते हुए पार्टी अगले चुनाव के लिए कमर कसने की तैयारी में है। राहुल गांधी इसी कड़ी में पार्टी पदाधिकारियों में उलट फेर कर सकते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने युवाओं को आगे आने का आह्वान किया है।
राजबब्बर के कथित इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष पद के लिए कई नामों की चर्चा है। इस पद के लिए मुख्य दावेदार जितिन प्रसाद, अखिलेश त्रिपाठी और पूर्व सासंद राजेश मिश्र माने जा रहे हैं।
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