अच्छी शुरुआत के बाद भी ओलंपिक पदक विजेता पी.वी. सिंधु को हार का सामना करना पढ़ा. वुहान (चीन) में सिंधु शुक्रवार को एशिया बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में खेल रही थीं। जहा पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा.तीसरी विश्व वरीयता प्राप्त सिंधु की हार के साथ ही इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई.
क्वार्टर फाइनल में मिली थी कड़ी चुनोती
वीमेन सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में हुए संघर्षपूर्ण मैच में आठवीं वरीय चीनी खिलाड़ी बिंगजियाओ ने उलटफेर कर सिंधु को 15-21, 21-14, 24-22 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया और साथ ही दोनों के बीच का तीसरा मैच काफी रोमांचक रहा.
सिंधु ने पहले गेम में बिंगजियाओ को 21-15 से हराया था. और मुकाबले की दम दर शुरुआत की थी. लेकिन दुसरे मैच में चीनी खिलाडी ने सिन्धु को 21-14 से मात देकर ये साबित कर दिया की वो भी किसी से काम नहीं है और मैच को और रोमांचक बना दिया.
तीसरे गेम की दम दर शुरुआत करने वाली बिंगजियाओ ने सिन्धु को 8-1 से पीछे किया था. लेकिन सिन्धु ने दमदार वापसी कर अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों खिलाडियों के स्कोर 19-19 बराबर हो गये. इसके बाद दोनों खिलाडियों के बीच एक- एक अंक के लिए मुकाबला शुरू हो गया.
इसके बावजूद दोनों खिलाडी एक समय पर 22-22 के स्कोर पर आ गए. यहाँ मैच और रोमांचक बनता जा रहा था, लेकिन चीनी खिलाडी ने दो अंको की बढ़त लेने के साथ ही सिन्धु को 24-22 से हराकर सेमी फाइनल में अपनी जगह बनाई.
बिंगजियाओ और सिन्धु अब तक अपने करियर में सात बार अामना सामना कर चुके है. और इसके आंकड़े में सिन्धु चीनी से 4-3से पीछे चल रही है. लेकिन इस हर के बाद बिंगजियाओ ने 5-3 से पीछे चल रही है.
अब तक किसी भारतीय महिला ने नहीं जीता.
इस हार के कारण सिंधु इस टूर्नामेंट में इतिहास रचने से चूक गईं. इस टूर्नामेंट को अब तक किसी भी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी ने नहीं जीता है. साल 1965 में दिनेश खन्ना ने इस टूर्नामेंट को जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी होने का इतिहास रचा था.
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