जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को 10 बजे भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली है राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सीजेआई पद पर शपथ दिलाई। जोहांसबर्ग से जी-20 समिट अटेंड करके लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान राजनाथ सिंह समेत केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। जस्टिस सूर्यकांत के सीजेआई पद पर शपथ के साथ ही देश के सबसे ऊंचे ज्यूडिशियल ऑफिस में 15 महीने के कार्यकाल की शुरुआत आज से हो गई।

राष्ट्रपति ने सीजेआई बी आर गंवाई के बाद ‘संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए’ जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।
कौन हैं सीजेआई सूर्यकांत

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के एक छोटे से परिवार में हुआ था। और उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी ला की यात्रा शुरू की और उसके बाद वो हरियाणा हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए चंडीगढ़ चले गए इस दौरान उन्होंने कई तरह के संवैधानिक, सर्विस और सिविल मामलों को भी संभाला, जिसमें यूनिवर्सिटी, बोर्ड, कॉर्पोरेशन, बैंक और यहां तक कि खुद हाई कोर्ट को भी रिप्रेजेंट किया था।
कब तक रहेगा कार्यकाल

भारत के 53वें न्यायाधीश के रूप में जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल आज 24 नवंबर 2025 से लेकर 9 फरवरी, 2027 तक रहेगा। बता दें कि नवंबर महीने की शुरुआत में, केंद्रीय कानून मंत्रालय में न्याय विभाग ने जस्टिस सूर्यकांत की नियुक्ति की घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी की थी।
Shivam Singh
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