07 June 2020,Shivani Rajwaria
कोविड 19 के ख़िलाफ़ दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला किया है अब ये फैसला और कितनी उलझने बढ़ाएगा ये देखना होगा. दरअसल,अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह ऐलान किया है कि अब दिल्ली में दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्ली के निवासी ही इलाज करा पाएंगे जो दिल्ली के निवासी नहीं है उसे अपना इलाज केंद्र सरकार के अस्पतालों में कराना होगा यह फैसला दिल्ली में संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली कैबिनेट ने लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि जून के अंत तक 15 हजार कोरोना के मरीजों के लिए बेड की जरूरत होगी. एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने ये फैसला लिया है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने अब तक दिल्ली के अस्पतालों में सभी को दी जा रही सेवाओं के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि मार्च के महीने तक दिल्ली के सारे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहे. किसी भी समय दिल्ली के अस्पतालों में 60 से 70 फ़ीसदी लोग दिल्ली से बाहर के थे. लेकिन कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोल दिए तो दिल्ली वालों का क्या होगा?
मुख्यमंत्री का कहना है कि इस संबंध में लोगों की राय मांगी गई थी. इसमें दिल्ली के 90 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना है, तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो. उन्होंने बताया कि 5 डॉक्टर की एक कमेटी बनाई थी. उसने अपनी रिपोर्ट दी है. डॉ. महेश वर्मा इस कमेटी के अध्यक्ष थे. कमेटी ने कहा है कि जून के अंत तक दिल्ली को 15 हजार बेड की ज़रूरत होगी. कमेटी का भी यही कहना था कि अगर सभी के लिए दिल्ली के अस्पताल खोल दिए जाएंगे तो दिल्लीवासियों का इलाज कैसे हो पाएगा ऐसे तो 3 दिन में ही सारे बेड भर जाएंगे.दिल्ली में बाहर से आए लोगों के लिए अस्पतालों की सेवा नहीं दी जानी चाहिए।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अस्पतालों का हवाला देते हुए कहा कि बाहर से आए लोग केंद्र सरकार के अस्पतालों में इलाज करा सकते है केंद्र सरकार के अस्पताल में कोई भी इलाज करा सकता है. दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार दोनों के अस्पतालों में 10,000-10,000 बेड हैं. दिल्ली में प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी दिल्लीवासियों का ही इलाज करेंगे वहीं उन्होंने कहा कि स्पेशल ट्रीटमेंट वाले अस्पतालों में कोई भी मरीज जा सकता है और अपना इलाज करा सकता है।
दिल्ली में बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामले दिन भर दिन लोगों में डर की स्थिति पैदा कर रहे हैं मैं दिल्ली सरकार भी काफी भयभीत नजर आ रही है ऐसे में अस्पतालों को वर्गो में बांटना कितना सटीक बैठेगा यह तो आने वाले दिन ही बताएंगे।
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