15 फरवरी 2020
शबाना अनवर.
बच्चों को गेम खेलते समय अक्सर माँ बाप की डांट सुनने को मिल जाती है , पर जब पेरेंट्स ही बच्चों को वीडियो गेम खेलने के लिए कहेंगे तो हजम करने में थोड़ा कठिन होगा,क्योंकि भारतीय पेरेंट्स को लगता है की वीडियो गेम खेलने से ख़राब हो सकते हैं, पर बच्चों के लिए यह खुशखबरी है की अब उन अपने पेरेंट्स का डर नहीं रहेगा.
इतने फीसदी पैरेंट्स ने माना वीडियो गेम है सही :
अमेरिका के सीएस मोट्ट चिल्ड्रेन हॉस्पिटल ने एक सर्वे किया है जिसमें शामिल 71 फीसदी माता-पिता ने माना है कि वीडियो गेम खेलना उनके बच्चों के लिए बढ़िया है और वीडियो गेम खेलने से बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। वहीं 44 फीसदी पैरेंट्स वीडियो गेम पर प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं।
इस रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि लड़कियों के मुकाबले लड़के गेम को लेकर ज्यादा प्रयोग करते हैं, कहने का मतलब है कि वे अलग-अलग गेम खेलना पसंद करते हैं। वहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि छोटे लड़के प्रतिदन गेमिंग पर तीन घंटे से ज्यादा वक्त गंवा रहे हैं।
इस सर्वे को कराने वाले मिशिगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गैरी फ्रीड ने कहा कि अधिकतर पैरेंट्स का मानना है कि वीडियो गेम बच्चों के लिए किसी टॉनिक की तरह है, हालांकि लंबी अवधि तक गेम खेलने वाले बच्चों पर नकारात्म प्रभाव भी पड़ रहा है। फ्रीड ने कहा कि पैरेंट्स को बच्चों की गेमिंग आदत पर करीब से नजर रखने की जरूरत है, कहीं ऐसा ना हो कि बच्चे अनिद्रा के शिकार हो जाएं।
सर्वे में शामिल पैरेंट्स ने यह भी कहा कि बच्चों को वीडियो गेम ज्यादा खेलने से रोकने के लिए वे कई तरकीबें अपनाते हैं जिनमें गेमिंग प्रोडक्ट् को छिपाने, बैठने का समय तय करना जैसी तरकीबें शामिल हैं,कुल मिलाकर इस रिसर्च में यह बात सामने आई है कि लंबे समय तक बच्चों का वीडियो गेम खेलना ठीक नहीं है।
पहले भी PUBG पर खड़े हो चुके हैं सवाल :
PUBG की लत बच्चों में इस कदर बढ़ गयी थी की माँ-बाप इसको लेकर चिंतित हो उठे थे,और इसी के चलते कुछ दिनों तक इस पर बैन लगा दी गई थी .
अपने बच्चों को लेकर चिंतित माएँ यह प्राथना कर रही हैं कि वे ही इस PUBG जैसे ऑनलाइन गेम्स से उनके बच्चों को बचा लें। मोबाइल गेम PUBG का मिशन अब खतरनाक मोड़ पर आ गया है। अब बच्चे पढ़ाई या फ्यूचर की चिंता छोड़ PUBG का मिशन पूरा करने में जुटे हैं। इस बारे में जब हमने मनोचिकित्सकों से बात की तो उनका कहना था कि बच्चों के व्यवहार में चिड़चिड़ेपन के 40 फीसदी मामलों का कारण इन दिनों PUBG ही बना हुआ है।
एडिक्शन की हो गयी थी हद :
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में दो युवक आनलाइन गेम PUBG खेलने के दौरान ट्रेन की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गयी. पुलिस ने रविवार को यह जानकरी दी. एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार की शाम यहां से करीब 570 किलोमीटर दूर हिंगोली में हुई. उन्होंने बताया कि उनकी पहचान नागेश गोरे और स्वप्निल अन्नापूर्णे के रूप में हुई है. वे दोनों रेल पटरियों के पास PUBG खेल रहे थे और हैदराबाद-अजमेर ट्रेन की चपेट में आ गए.
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