मेडिकल कॉलेज जोधपुर के प्रिंसिपल डॉ. एसएस राठौड़ के मुताबिक जोधपुर के डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में हर दिन औसतन करीब 5 बच्चों की मौतें रिकॉर्ड की जा रही है. दिसंबर 2019 के आंकड़ों के मुताबिक यहां 146 बच्चों ने दम तोड़ा है. इनमें 98 नवजात है.
उनका कहना है कि साल 2019 में NICU PICU में कुल 754 बच्चों की मौत हुई, यानी हर माह 62 की मौत हुई लेकिन दिसंबर में अचानक यह आंकड़ा 146 तक जा पहुंचा. सभी मौतें एसएन मेडिकल कॉलेज से जुड़े बच्चों के अस्पताल उम्मेद अस्पताल में हुई है.
राजस्थान में बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. अभी कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला रुका भी नहीं है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर में चौंका देने वाला मामला सामने आया है. यहां दिसंबर के महीने में 146 बच्चों की मौत हो चुकी है.
सरकारी अस्पताल में बच्चों की हुई मौतों ने पार्टी को राज्य में बैकफुट पर ला दिया है. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा या पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी कोटा जाएंगे? इस पर सूत्रों ने कहा कि इस बात को लेकर निर्णय लिया जाना अभी बाकी है.
सूत्रों ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारे को लेकर भी दोनों नेताओं ने बातचीत की. राज्य में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) की सरकार है.
यह पूछे जाने पर विभाग के आवंटन पर किसी तरह की नाराजगी है, सूत्रों ने कहा, ‘ऐसी कोई बात नहीं है, कोई नाराज नहीं है.’
नवंबर में जहां एक ओर उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, वहीं उन्हीं के साथ कांग्रेस के दो विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. पिछले हफ्ते हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के कोटे से और 10 विधायकों को मंत्री बनाया गया है.
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