26,नवंबर’19 नीतीश पाठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि आज हमारे संविधान के 70 साल पूरे हुए हैं. ये ऐतिहासिक दिन है. मैं सभी को संविधान दिवस की बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि 5-6 साल पहले तक जनता और मीडिया में सवाल ही सवाल चलते थे. ऐसा लगता था कि कोई रिकॉर्डेड बुलेटिन चल रहा है. कभी घोटाले की खबर, कभी भ्रष्टाचार की खबर, कभी बम धमाके और कभी आसमान छूती महंगाई. यही खबरें लौट-लौटकर आती रहती थीं. अब उन हालातों और परिस्थितियों से देश बहुत आगे निकल चुका है.
पीएम मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए की वजह से भारत ने जो भोगा है, वो भी आप जानते हैं और कैसे इस चुनौती का समाधान किया गया है, ये भी आपने देखा है. 370 को हमारे संविधान में अस्थाई कहा गया, लेकिन कुछ परिवार की वजह से इसे स्थाई मान लिया गया था. ऐसा करके उन्होंने संविधान की भावना का अपमान किया. अपनी राजनीति चमकाने के लिए, अहम विषयों को टालते रहने के लिए कुछ लोगों ने देश में भय का एक आर्टिफिशियल लॉजिक खड़ा किया.
पीएम मोदी ने कहा कि अब समस्या और चुनौतियों से आगे समाधान पर बात हो रही है. दशकों पुरानी समस्याओं का समाधान होते हुए देश देख रहा है और कभी-कभी लोग कहते भी हैं कि हमने सोचा नहीं था कि हम जीते जी ये देख भी पाएंगे. दूसरा- भारत के 130 करोड़ लोगों की सोच जो कहती है Nation First यानि सबसे पहले और सबसे ऊपर देश. इसके दो कारण हैं. पहला भारत के 130 करोड़ लोगों का आत्मविश्वास और इस मोमेंट के प्रति उनकी सोच. पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी अनगिनत बातें देश के कौने-कौने में हैं. यही तो है नेशन फर्स्ट. कोई खुद से समुद्र तटों की सफाई का नेतृत्व कर रहा है, कोई गरीब बच्चों को पढ़ा रहा है, कोई गरीबों को डिजिटल लेनदेन सिखा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के सामने एक और विषय था जो सैकड़ों वर्षों से चल रहा था. दशकों से अलग-अलग अदालतों में इस पर चर्चा चल रही थी. ये विषय था अयोध्या का. पहले जो दल सत्ता में थे, उन्होंने इस भावात्मक और संवेदनशील विषय को सुलझाने में इच्छाशक्ति ही नहीं दिखाई. वो इसमें अपना वोटबैंक देख रहे थे. हमारी सरकार ने न सिर्फ चुनौतियों को स्वीकार किया, बल्कि उनके समाधान को लेकर गंभीरता से प्रयास भी किये हैं. नई सफलताओं के द्वार तभी खुलते हैं, जब जीवन में चुनौतियों को स्वीकार किया जाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि अब समस्या और चुनौतियों से आगे समाधान पर बात हो रही है. दशकों पुरानी समस्याओं का समाधान होते हुए देश देख रहा है और कभी-कभी लोग कहते भी हैं कि हमने सोचा नहीं था कि हम जीते जी ये देख भी पाएंगे. दूसरा- भारत के 130 करोड़ लोगों की सोच जो कहती है Nation First यानि सबसे पहले और सबसे ऊपर देश. इसके दो कारण हैं. पहला भारत के 130 करोड़ लोगों का आत्मविश्वास और इस मोमेंट के प्रति उनकी सोच. पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी अनगिनत बातें देश के कौने-कौने में हैं. यही तो है नेशन फर्स्ट. कोई खुद से समुद्र तटों की सफाई का नेतृत्व कर रहा है, कोई गरीब बच्चों को पढ़ा रहा है, कोई गरीबों को डिजिटल लेनदेन सिखा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के सामने एक और विषय था जो सैकड़ों वर्षों से चल रहा था. दशकों से अलग-अलग अदालतों में इस पर चर्चा चल रही थी. ये विषय था अयोध्या का. पहले जो दल सत्ता में थे, उन्होंने इस भावात्मक और संवेदनशील विषय को सुलझाने में इच्छाशक्ति ही नहीं दिखाई. वो इसमें अपना वोटबैंक देख रहे थे. हमारी सरकार ने न सिर्फ चुनौतियों को स्वीकार किया, बल्कि उनके समाधान को लेकर गंभीरता से प्रयास भी किये हैं. नई सफलताओं के द्वार तभी खुलते हैं, जब जीवन में चुनौतियों को स्वीकार किया जाता है.
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