26 June 2020,Jyoti Singh
इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है, आज ही के दिन 1975 में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई, जिसने कई ऐतिहासिक घटनाओं को जन्म दिया. 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल था . तत्काल राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद नें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी.
स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद काल था. और आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे, जनता के अधिकार तक निलंबित कर दिए गए थे, देश में तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था. 21 महीने के इस काल को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सबसे काला वक्त माना गया है.
आज इसे 45 साल बीत चुके हैं.
वहीं, भाजपा इसे लेकर हमेशा से ही कांग्रेस को घेरती रही हैं, इसी कड़ी में, गुरुवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन लोगों को याद किया, जिन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया था|
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘ आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था. उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए इन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेली, उन सब को मेरा शत शत नमन! उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा ‘







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