12 नवंबर 2019,शिवानी पाल
“लोग आंंकते बहुत हैं हर घड़ी मुझको,वो खुद को खुदा, और मुझे आम आदमी समझते है”.।इन पंक्तियों का श्रेय उस महिला खिलाड़ी को जाता है जो क्रिकेट की दुनिया के दिग्गज़ बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से भी एक कदम आगे निकल गई, महिलाओं की बदलती सूरत ने आज जितना उसे सशक्त बनाया है उसने भी मौका मिलने पर अपने हुनर से परचम लहराया है !
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सबसे युवा खिलाड़ी शैफाली वर्मा ने भी अपने नाम का परचम क्रिकेट की दुनिया के इतिहास में दर्ज करा लिया है,
शेफाली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वेस्टइंडीज में सेंट लूसिया डेरेन सैमी नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में यह खिताब अपने नाम कर लिया है !
शेफाली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले T20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 49 गेंद में 73 रन की पारी खेली जिससे भारतीय टीम ने शनिवार देर रात को 84 रन से जीत हासिल की भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0से बढ़त हासिल कर ली, अपना पांचवा T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रही शेफाली ने अपनी पारी के दौरान 6 चौके और 4 छक्के जड़े !
शेफाली ने यह खिताब 15 साल और 285 दिन की उम्र में हासिल किया ,15 साल की उम्र में शेफाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक जड़ने वाली भारत की पहली युवा खिलाड़ी बन गई है , इससे पहले यह रिकॉर्ड क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था ,
शेफाली वर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जब अपने आदर्श खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा तो खुशी से उनके माता-पिता के आंसू छलक गए, छलकते भी क्यों नहीं, उनका सपना था उनकी बेटी देश के लिए खेलें और बेटी देश के लिए तो खेल रही है, उसके साथ ही उसने अपने आदर्श क्रिकेटर जो क्रिकेट जगत में आइडियल माने जाते हैं उनका रिकॉर्ड भी तोड़ दिया, शेफाली के माता-पिता के साथ साथ ये पूरे देश के लिए गर्व की बात है । शेफाली के माता-पिता ने बताया,शेफाली शुरू से ही सचिन को अपना आदर्श मानती थी।
शेफाली ने वो कर दिखाया जो सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा साबित होगा,
अब देखना ये है की महिलाओ की खेल में बढ़ती भागीदारी क्या रंग लायेगी ?
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