कहते है की प्यार अंधा होता है क्योंकि प्यार सिर्फ और सिर्फ प्यार देखता है भले ये प्यार हम ही क्यों न करते हो लेकिन ये हमारी तरह जात-पात, रंग-रूप और देश-मज़हब नहीं देखता| इसका मकसद सिर्फ प्यार देना और प्यार करना होता है|
पुलित्जर पुरस्कार विजेता लेखक डेविड जे. गैरो ने अपनी लिखी किताब ‘राइजिंग स्टार’ में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के जीवन से जुड़े़ हसीन लम्हों को पेश किया है| जिसमें सबसे रोमांचक और हसीन लम्हा है ओबामा के पहले प्यार का, जी हाँ ओबामा अपनी पत्नी मिशेल से पहले शैला मियॉशी जागर जोकि एक गोरी महिला थी उनसे बेइंतिहा मोहब्बत करते थे| दोनों एक साल से अधिक समय तक अपने इस प्यार के बंधन में बंधे थे|
दोनों एक दूसरे के परिवार को बहुत ही अच्छी तरीके से जानते थे| ओबामा ने पहली बार शैला को 1986 में शादी के लिए प्रपोज किया था| लेकिन 23 वर्षीय शैला की माँ नहीं चाहती थी की उनकी शादी हो क्योंकि उन्हें लगता था की शैला की उम्र अभी शादी लायक नहीं है और अभी काफी छोटी है| इसी के चलते शैला ने शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया|
शैला पेशे से एक प्रोफेसर है और अभी ये ओबर्लिन कॉलेज में पढ़ाती है| इन्होंने दर्शनशास्त्र में पीएचडी की है। उन्होंने कोरिया और कोरिया के युद्ध के संबंधित किताब भी लिखी है|
अगर शैला की मानें तो दोनों के रिश्ते की टूटने की वजह सिर्फ सिर्फ ओबामा के राजनीतिक को ज्यादा महत्व देना था| गैरो की किताब में अगर उस समय की बात करें तो उस समय अफ्रीकी-अमेरिकी नेता अपनी श्वेत पत्नियों को राजनीति का रोड़ा मानते थे। ओबामा भी शैला को अपने समुदाय के लोगों से नहीं मिलवाते थे जिसके चलते उनके बीच हमेशा झगड़ा होता थे जिसकी पुष्टि ओबामा के एक दोस्त भी करते है |
बाद में ओबामा अपनी आगे की पढाई के लिए हॉवर्ड लॉ स्कूल चले गए और शैला दक्षिण कोरिया पर शोध के लिए सियोल चली गई । जिसके बाद एक बार फिर ओबामा ने शैला को प्रपोज किया लेकिन उनके बीच बात नहीं बनी| शैला जब हावर्ड में पढाई करके वापस आई तो उनकी मुलाकात ओबामा से हुई| लेकिन तब तक ओबाम की मुलाकात मिशेल से हो चुकी थी जो अब उनकी पत्नी है|
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.