25 May 2020,Shivani Rajwaria
कोरोना काल में साधुओं की बढ़ रही निर्मम हत्याएं निंदनीय हैं।इससे पहले भी पालघर की घटना ने महाराष्ट्र पुलिस को शक के घेरे में खड़ा कर दिया था।महाराष्ट्र से ही फ़िर एक और घटना सामने आई है।
महाराष्ट्र के नादेड़ में एक साधु सहित सेवादार भगवान शिंदे की हत्या का मामला सामने आया हैं। पालघर में हुई दो साधुओं की निर्मम हत्या के बाद महाराष्ट्र में ये तीसरा साधु हत्याकांड हैं। आख़िर कोरोना संकट के बीच साधुओं की निर्मम हत्याओं के पीछे क्या कारण है इसका खुलासा तो अभी तक नहीं हो पाया है लेकिन राजनैतिक गलियारों में इन हत्याओं पर खूब गरमा गर्मी शुरू हो गई है।
दरअसल,कुछ दिन पहले पालघर में दो साधुओं को भीड़ ने पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया था जिसके बाद से लोगों के मन में सवालों ने घर किया पुलिस की मौजूदगी में हुई इस घटना ने महाराष्ट्र पुलिस को घेर लिया।वायरल हो रहे वीडियो ने पुलिस की पोल खोल दी।वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ इसीलिए ये हत्याकांड सामने भी आया।
अब महाराष्ट्र के ही नांदेड़ में 24 मई सुबह के 4 बजे रविवार को ब्रह्मचारी शिवाचार्य निर्वाण रुद्र पशुपतिनाथ महाराज साधु समेत 2 लोगों की हत्या कर दी गई ।आश्रम के ही बाथरूम में साधु शिवाचार्य और भगवान शिंदे सेवाकार का शव मिला जिसमें दोनों का गला रेता गया था जिस कारण उनकी हत्या हुई।बड़ा सवाल यही खड़ा होता है आखिर क्यों एक महीने में महाराष्ट्र में 3 साधुओं की हत्या कर की गई है।महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पर सवाल पूछे जा रहे हैं और ये सवाल तब तक बने रहेंगे जब तक कि इसके ठोस जवाब ना मिल जाएं।
पशुपति महाराज और भगवान शिंदे की हत्या के आरोपी साईनाथ को तेलगाना की सीमा के पास से दबोच लिया है। साईनाथ शनिवार रात आश्रम में दाखिल हुआ और पशुपति महाराज की हत्या करने के बाद आरोपी साईनाथ साधु की लाश कार में रखकर बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था लेकिन कार गेट से टकराने के कारण छत पर सो रहे आश्रम के कुछ संत जग गए जिनकी आवाज़ सुन आरोपी भाग निकला।
आरोपी साईनाथ आंनदा लिंगांडे उसी गांव का रहने वाला है फिलहाल उसे हिरासत में लिया गया है माना जा रहा है।आरोपी साईनाथ पर 10 साल पुराने हत्या केस की सुनवाई भी जारी है।बताया जा रहा है कि आरोपी साईनाथ कभी-कभी मठ में ही रुक जाया करता था उस साधु के बारे में हर एक बारीक जानकारी पता थीं। आरोपी ने पहले साधु की आंखो में लाल मिर्च पाउडर डाला और फ़िर हत्यारे ने पशुपति महाराज। का चार्जिंग केवल से गला घोंटा।उनकी हत्या के बाद वह उनके शव को कार में रख कर ले जाने की भी कोशिश कर रहा था।लेकिन आश्रम में संतो की नींद खुलने पर वह वहां से रफू चक्कर हो गया।
आश्रम से लगभग 1.5 लाख़ का सामान गायब हैं जिसमें 65 लाख़ रुपए और लैपटॉप हत्यारा हड़बड़ी में आश्रम के गेट पर ही छोड़ कर भाग गया।लूटपाट के इरादे से की गई इस हत्या के पीछे कौन कौन से राज छिपे है ये तो पूरी जांच होने के बाद ही पता लग पाएगा।पहले पालघर और अब नांदेड़ में साधुओं की हत्या से संत समाज में गुस्सा हैं।
साधुओं की हो रही निर्मम हत्याएं निंदनीय हैं।
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