Parth Singh
“मन की बात” एक ऐसी चर्चा और कार्यकर्म जिसका लगभग पूरा भारत बेसब्री से इंतेज़ार करता है ,और करे भी क्यों न ये कार्यक्रम देश के प्रधानमंत्री और जनता के बीच हो रहे संचार का एक महत्त्वपूर्ण तथा आधुनिक उदाहरण है।
“मन की बात” का जनता की समस्याओं से क्या लेना देना है इस पर हर वर्ग की अलग अलग राय है, काफी बार ऐसा हुआ कि जनता ने “मन की बात” में कुछ उपयोगी न होने के कारण प्रधानमंत्री की तीखी आलोचना भी की है।
इस कार्यक्रम के द्वारा प्रधानमंत्री ने भारत की जनता को कई बार अपने फैसलों से हैरान किया है और कई बार उनपे बेतुके विषय को लंबा खींचने का भी आरोप लगा है।
चाहे भारत बंद करने का फैसला हो या थाली बजाकर कोरोना वायरस के खिलाफ जागरूकता फैलाने का, मन की बात ने एक अलग और अनोखे तरह का संचार प्रधानमंत्री और उनके जनता के बीच स्थापित किया है ।
सम्पूर्ण भारवर्ष से कुछ महत्वपूर्ण और रचनात्मक प्रवृति वाले लोगो को मन कि बात कार्यकर्म के द्वारा प्रधानमंत्री से सवाल जवाब करने का मौका प्राप्त होता है।
ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दौर के प्रधानमंत्री , इस कार्यक्रम को और उच्च स्तर पे ले जा कर जनता के बीच पहुंचने कि कोशिश करेगे या इसे बंद कर देगे।
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.