2 दिसंबर 2019, ज्योति सिंह
प्रियंका रेड्डी ने खुद सुनाई अपनी पूरी दास्तान !
नमस्कार –
मै प्रियंका रेड्डी अब मैं आप सबके बीच नहीं हूं, जानते हैं क्यों क्योंकि मैं एक नारी थी मैंने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन फिर भी मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ?
मैं हैदराबाद की रहने वाली हूं पेशे से मै डॉक्टर थी, मेरे परिवार में मेरी एक बहन और मेरे माता-पिता हैं जो मुझसे बहुत प्यार करते थे मैंने मन लगाकर पढ़ाई की मैं बेजुबान जानवरों की डॉक्टर बन गई मैं उन जानवरों का इलाज करती थी जो बोल नहीं सकते थे मुझे उनकी सेवा करना अच्छा लगता था |
इसीलिए मैं रोज अपनी स्कूटी से अपने चिकित्सालय जाती थी
27 नवंबर को मैं जब वापस लौट रही थी तो कुछ लोगों ने मेरी स्कूटी की हवा निकाल दी !!
सुनसान राह पर मै अकेली थी इसी बीच चार दरिंदो ने मुझे घेर लिया!
जानते हैं क्यों? क्योंकि मैं एक नारी थी!
मैं उनके सामने रोना चाहती थी,चीखना चाहती थी, उनसे बचना चाहती थी, लेकिन उन्होंने मेरा मुंह बंद कर दिया यहां तक कि मेरी सांसे भी रोक दी और मेरे साथ दुष्कर्म भी किया जानते हैं क्यों, क्योंकि मैं एक नारी थी!
मैंने उनसे लाख विनती की हाथ जोड़े लेकिन उन्होंने मुझे मार दिया सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं एक नारी थी इसके बाद इन चारों दरिंदों ने जिनका मैं नाम भी नहीं जानती थी इन्होंने मुझे मारने के बाद भी नहीं छोड़ा जानते है क्यों क्योंकि मै एक नारी थी !
मेरी मौत के बाद भी वो लोग मेरे निश प्राण शरीर के साथ अपनी हवस बुझाते रहें, और फिर उसके बाद पेट्रोल डालकर जला दिया, क्योंकि मैं अब उनके किसी काम की नहीं थी निर्जीव हो चुकी थी मै !” जानते है क्यों क्योंकि मै एक नारी थी !
इन्होंने ना केवल मेरे शरीर बल्कि मेरी आत्मा की भी हत्या कर दी मैं आप लोगों से सिर्फ यही कहना चाहती हूं कि मै अब मै आपके बीच नहीं हु, ना ही दुबारा आ सकती हु, लेकिन मुझे इंसाफ चाहिए मेरी रूह को इंसाफ चाहिए, मुझे उस भगवान से इंसाफ चाहिए जिन्होंने इस जन्म में मुझे नारी बनाकर भेजा, अगला जन्म क्या हो मुझे पता नहीं, लेकिन मैं उस भगवान से सिर्फ इतना ही कहना चाहती हूं कि दूसरे जन्म में मुझे नारी ना बनाना क्योंकि नारी रहना यही मेरी सबसे बड़ी गलती थी||||
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