दिल्ली NCR में प्रदूषण का स्तर सोमवार सुबह खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है CPCB (Central Pollution Control
Board) आंकड़े के मुताबिक बावाना में AQI 412 दर्ज किया गया और यह राजधानी का सबसे प्रदूषित इलाका बन गया

और इसी के चलते राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के खिलाफ अभिभावकों , छात्र छात्राओं,पर्यावरण कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में इंडिया गेट पर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में कई महिलाएं और उनके बच्चे शामिल थे। और उन्होंने कहा कि वे स्वच्छ वायु सुनिश्चित करने के लिए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करने के लिए यहां पर एकत्र हुए हैं।
कहां कितना AQI दर्ज हुआ

सबसे ज्यादा दिल्ली के आनन्द विहार में गंभीर श्रेणी में AQI दर्ज किया गया हैं जहां AQI 412, के लगभग पार हैं
वहीं अलीपुर में 415, और अशोक विहार में 416, और चांदनी चौक 406, द्वारका 398,
एयरपोर्ट 358, आईटीओ 420,लोधी रोड में 377, एम्स के पास 421 और जहांगीरपुरी में 433 रिकॉर्ड किया गया है।

इसके अलावा गाजियाबाद के वसुंधरा में 422, नोएडा सेक्टर-62 में 410,
गुरुग्राम सेक्टर -51 260, फरीदाबाद सेक्टर 11 275,दर्ज किया गया है।
इससे पहले, शनिवार को दिल्ली देश का दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा और रोहतक की हवा सबसे खराब रिकॉर्ड की गई।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार शाम चार बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 361 दर्ज किया गया था।

दिल्ली में जैसे जैसे तापमान घट रहा प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा हैं जिससे लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कत का सामना
करना पड़ रहा है अब देखना ये है कि सरकार इस पर क्या एक्शन लेना चाहेगी.
क्या ग्रेप-3 रेड जोन लगाएगी

आईएमडी और आईआईटीएम के पूर्वानुमानों के अनुसार, आगामी दिनों में दिल्ली का समग्र
ए़क्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना रहेगा। स्थिति को देखते हुए उप-समिति ने माना कि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के तीसरे चरण को लागू करने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है।
वर्तमान में लागू पहले चरण और दूसरे चरण के तहत चल रहे नियंत्रण उपाय दिल्ली-एनसीआर में जारी रहेंगे।
Shivam Singh
BJMC 3







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