25 दिसंबर 2019 उपेन्द्र कुमार पासवान
झारखंड विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी को लगा बड़ा झटका एनडीए में अफरा-तफरी मच गई है बिहार में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर जेडीयू और बीजेपी आमने सामने नजर आ रहे है।
नोखा के पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को आडे हाथ लीया और कहा जनता एक ही चेहरा को देख कर उब गए है ऐसे मे बिहार मे भी नए चेहरे चाहिए।
मुख्यमंत्री बदलने की मांग उठाते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि ऐसा हर क्षेत्र मे होता है। बिहार मे भी नए चेहरे का जरुरत है।
ऐसे मे पार्टी को अब बिहार मे नेतृत्व परिवर्तन के लीए सोचना चाहिए।हालांकि, बीजेपी नेता के इस मांग को लेकर जेडयू ने असहमति जताई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसि त्यागी ने कहा कुछ चेहरे से होते है जिन्हें परखा जाता है, स्वीकार किया जाता है स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई क कर्पूरी ठाकुर नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी आदि इस श्रेणी में आते है, हमें नहीं लगता कि चेहरे बदलने पड़ेंगे
जदयू के वरिष्ठ नेता ने ने आगे कहा ‘ऐसी मांग करने के बजाय बीजेपी को अपने सहयोगियों को साथ लेकर चलना चाहिए। झारखंड में आजसू जैसे गठबंधन सहयोगियों के साथ लेकर चलने पर परिणाम अलग होते। झारखंड में बीजेपी की हार की प्रमुख वजह है।
हालांकि झारखंड चुनाव के बाद बीजेपी और जेडीयू के नेताओं ने दावा किया है कि झारखंड के नतीजों से बिहार एनडीए पर कोई असर नहीं होगा।
वहीं जेडीयू के सीनियर नेता राजीव रंजन ने भी बीजेपी पर सहयोगियों को साथ लेकर नहीं चलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में हार के लिए बीजेपी का आजसू को नजरअंदाज करना भारी पड़ा।
अगर बीजेपी आजसू को साथ लेकर चुनावी मैदान में उतरती तो आज परिणाम कुछ और होते।
बता दें कि बिहार में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
ऐसे में बीजेपी और जेडीयू नेताओं के इस तरह के बयान दोनों ही पार्टियों के लिए चिंताजनक साबित हो सकते हैं। दोनों दलों के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद पहले ही सामने आ चुके हैं। वहीं जेडीयू बिहार में खुद को बड़े भाई की भूमिका में ही देखना चाहती है।
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