29 May 2020,Sajal Singh
पिछले साल 14 नवंबर 2019 को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सी०आर०पी०एफ० के वाहनों के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 45 भारतीय सुरक्षा कर्मियों की जान गयी थी। यह हमला जम्मू और कश्मीर के पुलवामा ज़िले के अवन्तिपोरा के निकट लेथपोरा इलाके में हुआ था।
गुरुवार 27 may , 2020 को अंतांकियो ने फिर से पुलवामा और हमले कि साजिश रचाही थी जिसको हमारे देश की सैन्य बल ने नाकाम कर दिया।आज ,28may 2020 से 3 दिन पहले सुरक्षा बलो को इनपुट मिला था कि एक पुलवामा जिले में एक गाड़ी में IED प्लांट किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक, इस बारे में पिछले तीन-चार दिनों से इनपुट मिल रहा था. कुछ नाके पर कार रुकी नहीं थी, जिसके बाद शक गहरा हुआ. इसके अलावा भी IED होने का इनपुट मिला था, जिसके बाद पूरी तरह से सतर्कता बढ़ा दी गई थी. इस गाड़ी को साउथ कश्मीर के पुलवामा जिले में रजपुरा रोड के पास पकड़ा गया.
बता दें कि जिस गाड़ी में IED मिली थी, वो एक सफेद कलर की सैंट्रो कार थी. इस गाड़ी में टू व्हीलर की नंबर प्लेट लगाई गई थी, जो कठुआ से ट्रेस की गई है.
ऐसे में आतंकियों की ओर से पूरी कोशिश की जा रही थी कि सुरक्षाबलों को चकमा देकर इस आतंकी हमले को अंजाम दिया जाए मगर CRPF और अन्य सैन्य बलों की मदद से साजिश को चकमा दिया गया।
गाड़ी पकड़े जाने पर बम डिस्पोज़ल स्क्वायड को बुलाया गया और इसी दौरान गाड़ी के आसपास के इलाके को और घरों को खाली करवा दिया गया.
जब IED को डिफ्यूज़ किया गया, तो छोटा सा धमाका हुआ. इस दौरान सिर्फ गाड़ी में नुकसान हुआ, किसी भी जानमाल को नुकसान नहीं हुआ.अब इस मामले की जांच एनआईए करेगी, जल्द ही एनआईए की एक टीम इस इलाके का दौरा करेगी। सेना पता लगा रही है इसके पीछे कौनसी आतंकवादी संघठन का हाथ है।







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