15 June 2020,Sahil Saini
कोरोनावायरस महामारी से लड़ने के लिए गुरुग्राम में प्रशासन ने आवासीय सोसायटियों और कंडोमिंनिम्स को अस्थायी क्वारंटीन केंद्रों में विकसित करने का फैसला लिया गया है. शनिवार को बादशाहपुर रेंज के एसडीएम (SDM) हितेंद्र शर्मा और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) के प्रतिनिधियों की बैठक में यह फैसला लिया गया.
गुरुग्राम के अधिकारियों का मानना है कि अगला एक महीना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि कोविड -19 संक्रमण के बढ़ने की संभावना अधिकतम और बहुत बड़े पैमाने पर है. इस महामारी से निपटने के लिए तमाम कोशिशे की जा रही हैं.
शर्मा ने कहा, “मूल विचार आम लोगों से पॉजिटिव मरीजों को अलग करना है. चूंकि, बेड की त्वरित व्यवस्था करना संभव नहीं है, ऐसे में आवासीय समाज में बन रहे अस्थायी क्वारंटीन सेंटर के जरिए अपने ही निवासियों की मदद करेंगे.”
रेजिडेंट्स डेवलपमेंट फोरम के संयोजक मनीष शांडिल्य ने कहा, अस्थायी क्वारंटीन सेंटर संबंधित आरडब्ल्यूए और एक डॉक्टर द्वारा संचालित होंगे, उस सोसायटी के ही एक निवासी को केंद्र के चिकित्सा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा. जिला प्रशासन ने हमें डॉक्टर या प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. ऐसा तब होगा जब कोई डॉक्टर किसी विशेष परिसर में नहीं रहता है.”
गुरुग्राम में 3362 कोविड पॉजिटिव मामले हैं और वहां के अस्पताल पहले से ही बेड की कमी का सामना कर रहे हैं.
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