05 June 2020,Anushtha Singh
भारत हीं नहीं पूरी दुनिया इस वक्त एक महामारी और एक ऐसे संकट से जूझ रही है जिसका न कोई इलाज़ हैं और ना हीं कोई उपचार, इस संकट की घड़ी में हम उम्मीद के आसरे जी रहे हैं और सोचते हैं कि लोग सबकुछ भूलकर आपस में मिलकर अपने मानव होने का प्रदर्शन करें और दूसरों की मदद करेंगे. और ये सभी लोगों पर लागू होता है लेकिन लागू कब होगा सवाल यही है ? केरल में एक गर्भवती हथिनी की मौत ने इन सभी बातों पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मानवता शर्मसार हो गई, लेकिन इस पर भी हिंदुस्तान में सियासत शुरू हो गई.
केरल के साइलेंट वैली फॉरेस्ट में एक गर्भवती हथिनी को पटाखे से भरा अनानास खिलाकर मारने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। इसे लेकर सियासत के गलियारों में भी हलचल मची हुई है। केंद्र सरकार ने भी इस पर सख्त रुख अपनाया है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस में सियासत का नया दौर शुरू हो गया है। भाजपा के निशाने पर हैं केरल से सांसद राहुल गांधी।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने घटना पर रोष जताते हुए केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की भावनाओं से खिलवाड़ हुआ है। राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि राहुल से संवेदना की उम्मीद नहीं है। राहुल गांधी ने अमेठी में इंसानों की परवाह नहीं की तो केरल में जानवरों की क्या परवाह करेंगे।
तो दुसरी तरफ़ हथिनी की मौत को पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी भी व्यथित हैं। आज मेनका ने पूछा कि राहुल गांधी बताएं कि क्या इस घटना पर क्या कार्रवाई की गई है। बुधवार को उन्होंने इस घटना को हत्या करार दिया था। मेनका ने कहा कि केरल देश का सबसे हिंसक राज्य है। यहां लोग सड़कों पर जहर फेंक देते हैं ताकि 300 से 400 पक्षी और कुत्ते एक साथ मर जाएं।
पुरे मामले के बिच कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले पर बेवजह घेरा जा रहा है। केरल में जो हुआ वह बेहद अफसोसजनक है।
वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस मसले पर दुख व्यक्त किया. मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि केरल के पलक्कड में एक गर्भवती हथिनी को विस्फोटक भरा अनानास खिलाकर क्रूरतापूर्वक मारने की अति-दुःखद व निन्दनीय खबर स्वाभाविक तौर पर मीडिया की सुर्खियों में है. हाथी जैसे सहज व उपयोगी जानवर के साथ ऐसी क्रूरता की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है. सरकार दोषियों को सख्त सजा दे.
इस पुरे मामले को देखते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार ने केरल में हथिनी की मौत को गंभीरता से लिया है। हम सही तरीके से जांच करने और अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि जानवरों को पटाखे खिलाकर मारो।
सरकार की ओर से इस मामले में एक्शन का भरोसा दिया गया है. तो वहीं सोशल मीडिया पर इस मामले में काफी गुस्सा है, आम से लेकर खास तक हर कोई कड़ी कार्रवाई की अपील कर रहा है.
सवाल ये उठता है की क्या सरकार की अदालत में हथिनी को न्याय मिलेगा या सिर्फ पूरा का पूरा मामला सियासत की भेंट चढ़ कर मात्र रह जाएगा ?
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.