26 May 2020,Saval Singh
जब देश की राजधानी दिल्ली में पूरी तरीके से लॉकडाउन था , तब 13 मार्च 2020 को ऐसी घटना हुई जिससे आज तक के कारोना के 30% आंकड़े को जकड़ रखा है।
एशिया के कई जगहों से लोग इस मरकज में शामिल हुए थे जिनको पकड़ने के बाद क्वारांटाइन किया गया।
अब खबर ये आरही है कि विदेश से आए जमतियो पर शिकंजा क से गी दिल्ली पुलिस
सीधा आरोप है कि विसा के नियमो का उल्लघंन करते हुए पकड़े गए है ये सब।
आपको बता दे की दिल्ली पुलिस , 916 विदेशी जमातियो के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी।
फिलहाल तो पुलिस ने उनके सारे दस्तावेज जप्त कर लिए है।
टूरिस्ट वीज़ा पर आए लोगों पर भारत में धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
67 देशों से विदेशी जमाती दिल्ली के निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ आये थे. दिल्ली पुलिस ने सभी विदेशी ज़मतियों से पूछताछ पूरी की. कई लोगों ने कहा कि वो मरकज़ के मौलाना मोहम्मद साद (Mohammad Saad) के कहने पर 20 मार्च के बाद रुके थे.l
हालांकि सभी विदेशी जमा ती यो की क्वारंटाइन अवधि समाप्त होगी है फिर भी उन्हें अलग रखा गया है।
सरकार ने अप्रैल महीने की शुरुआत में वीजा शर्तों का उल्लंघन कर तबलीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण 960 विदेशियों के नाम ब्लैक लिस्ट कर दिए थे और उनके वीजा को भी रद्द कर दिया. गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के पुलिस प्रमुखों को विदेशी कानून के तहत कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के प्रमुख मौलाना साद (Maulana Saad) के खिलाफ शिकंजा कसते हुए उसके बेटे सईद से पूछताछ की थी. कहा जा रहा था कि मौलाना साद के सारे कामकाज उसका यह बेटा ही देखता है. इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी मौलाना साद मामले में जांच कर रहा है.
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