केरल में मस्तिष्क खाने वाले अमीबा यानी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
राज्य सरकार के अनुसार मंगलवार को संक्रमण के दो नए मामले सामने आए थे, और एक व्यक्ति की मौत हुई थी इसके साथ ही अब तक कुल 69 मामले दर्ज हो चुके हैं और 19 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक मामले सितंबर में ही सामने आए हैं।
केरल के सामने एक नया खतरा

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ये नया मामला तिरुवनंतपुरम जिले के एक स्विमिंग पूल से जुड़ा हुआ है यहां एक युवक के तैरने के बाद उस युवक में इसके लक्षण पाए गए थे विभाग का कहना है कि ये बीमारी खासकर उन लोगों में ज्यादा देखी गई हैं जो तालाबों, स्विमिंग पूल, या अन्य ठहरे हुए पानी में नहाए हैं।
डॉक्टरों इस बीमारी के लक्षण को बताया जैसे तेज सिरदर्द, बुखार, उल्टी आना और भ्रम के रूप में दिखाई देना, और समय पर इलाज न मिलना ये जानलेवा साबित हो सकता था।
क्या है संक्रमण

विशेषज्ञों के मुताबिक हाल में ही देखने को आए ब्रेन अमीबा से जुड़े ये गंभीर मामले मेडिकल कंडीशन हैं जिनमें मृत्यु दर बहुत अधिक होती हैं। हालांकि यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता
कितना चिंताजनक है यह सूक्ष्मजीव

डॉ नितिन ने बताया कि मरीज को यह तब होता है जब वह ठहरे पानी में तैरता हो अगर उस सोर्स में ये जीवाणु मौजूद हैं तो यह नाक के जरिए दिमाग तक पहुंच जाता है। और वहां जाकर ब्रेन को नुकसान पहुंचाने लगता है इससे दिमाग में गंभीर संक्रमण फैल जाता है और मौत भी हो सकती हैं उससे
ईटिंग अमीबा वायरस से कैसे बचे

1- नदियों तालाबों में नहाने से बचना चाहिए।
2- पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करे।
3- और अपने घर पर आस-पास सफाई रखना चाहिए।
4- यदि आप नदी, तालाब में तैरते हैं तो अपने मुंह में नाक में पानी जाने से बचाएं।
5- गंदे और बिना क्लोरीन वाले तालाबों में न नहाएं।
6- खासकर गंदे पानी से बचना चाहिए और साफ सफाई पर ज्यादा ध्यान देना।
7- अगर इस बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और उनकी सलाह माने।
SHIVAM SINGH
BJMC 3







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