21 दिसंबर 2019 उपेन्द्र कुमार पासवान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में देश के उद्योग जगत को संबोधित करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर बात की और कहा कि इकॉनोमी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन डरने की जरूरत नहीं क्योंकि हमारी इकॉनोमी में मौजूदा हालात से उबरने की ताकत है।
पीएम मोदी ने पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल पहले अर्थव्यवस्था विनाश की ओर जा रही थी और उनकी सरकार ने इसकी नींव को मजबूत किया है, ताकि यह 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सके।
नई दिल्ली में एसोचैम के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हुए कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर जो बातें हो रही हैं, वह उनसे वाकिफ हैं, लेकिन जो ये बातें कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि पिछली सरकार में जीडीपी ग्रोथ एक तिमाही में गिरकर 3.5%, सीपीआई मुद्रास्फिति 9.4% और राजकोषीय घाटा कुल जीडीपी का 5.6% हो गया था। अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। हमारी अर्थव्यवस्था में इस स्थिति से बाहर निकलने की क्षमता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने कंपनी एक्ट के कई प्रावधानों को खत्म किया है। इसके साथ ही इसमें कई अन्य बदलाव भी किए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि उनकी सरकार उद्योग जगत की बात सुन रही है, उनकी जरूरतों को समझ रही और उनकी सलाह के प्रति संवेदनशील भी है।
पीएम मोदी ने उद्योग जगत के लोगों से कहा कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है और वह निर्भीक होकर फैसले लें, निवेश करें। पीएम ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत की बेहतर होती स्थिति की और इशारा किया और कहा कि यह लोगों की नाराजगी झेले बिना संभव नहीं था। हमें कॉरपोरेट एजेंट्स बताया जाता है, लेकिन हम 130 करोड़ भारतीयों के एजेंट हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश के बैंकिंग सेक्टर में भी कई सुधार किए हैं, ताकि इस सेक्टर को और पारदर्शी और फायदेमंद बनाया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले सालों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी 25 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की बन सकेगी।
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