निकिता थगुना,23/04/2020.

अतीत से कहीं बातें
लौटकर एक अहम भूमिका जरूर निभाती है .
यह बात सदियों से कही जा रही है कि स्वस्थ शरीर ही बीमारियों की चाबी है लेकिन मौजूदा परिदृश्य में जबकि पूरी दुनिया में कोरोना का असर काफी हद तक अपने पैर पसार चुका है एक बार फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता पर चर्चा शुरू हो गई है …..
कोरोना वायरस सेआधे से ज्यादा देश (195 देशों में से 170 के करीब) इसके दबोचे में अा गए हैं । जब यह लिखा जा रहा है तब भारत में इसकी संख्या 21,797 हैं।
यह देखा जा रहा है कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग इस तरह के वायरस से कहीं जल्दी संक्रमित हो जाते है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी बीमारी का वायरस शरीर पर तभी हमला कर पाता है जमाई रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर की रक्षा कवच की तरह काम करती है इसे कमजोर होने पर ही वायरस एमवाई रूपी जिसमें शरीर में प्रवेश कर पाते हैं । कोरोना वायरस के मरीजों की मौत के साथ वर्तमान में टीबी और कैंसर के मामले भी सामने आ रहे जैसी बीमारियों की वजह भी कमज़ोर इम्यूनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता को माना गया है। यह तो तय है क्या हाल व्यवहार और जीवनशैली ने हम सब की उन्नति को प्रभावित किया है जिसकी वजह से पहले की अपेक्षा बीमारियों का हमला जल्दी हो जाता है और ठीक होने में भी उतना ही समय लगता है लेकिन बहुत छोटी छोटी बातों पर हम जरूरी प्रयास आहार और व्यवहार में शामिल कर लिए जाएंगे तो करो ना ही नहीं अन्य विभिन्न तरह के वायरल फ्लू संक्रामक और गैर संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है जिसका रामबाण हमारे रसोई और किचन गार्डन में मौजूद है ।
एक नज़र रसोई पर: किचन की दराज खोलिए और एक दफा अपनी नजर मसालों के डब्बो पर डालिए। मेथी दाना सरसों हींग राय पंचफोरन सहित अदरक और लहसुन आम दिनचर्या में इस्तेमाल की जाने वाले यह मसाले भरपूर मिनिस्टर मतलब रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले कहे जा सकते हैं इन सभी का उपयोग रोज के व्यंजनों में होता है लेकिन औषधीय रूप से इनका प्रयोग भिन्न-भिन्न तरीके से किया जाए अधिक कारगर साबित हो सकता है अदरक का सेवन मौसम के साथ होने वाले वायरल संक्रमण से बचाता है मेथीदाना कैंसर रोधी होता है तो वहीं पंचफोरन का इस्तेमाल ही रोगों से लड़ने के लिए किया जाता है। मसालों के अलावा फल व सब्जियां भी पोस्टिंग कल के रूप में प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में कारगर साबित हुए है ।नींबू, चुकंदर संतरा, खीरा, बादाम ,अखरोट के अलावा मौसमी फल अमरुद और कीवी का नियमित सेवन भी बीमारियों को नजदीक नहीं आने देता। विशेषज्ञों का एक बड़ा समूह अभिलाष की शादी संक्रमण और बीमारी से बचाव की पैरवी करने लगा है जो मंहगे इलाज़ से कई बेहतर है।
दवा से तैयार रक्षा कवच: एलोपैथी मजबूत करने के कई विकल्प है इस बारे में उन्होंने जनरल फिजिशियन डॉक्टर राजेश तनेजा कहते हैं विटामिन सी विटामिन बी 12 टैबलेट्स को काफी समय से इम्यून बूस्टर माना गया है। हमारे पास अब ऐसे कई स्वास्थ्य मरीज आते हैं जो नियमित स्वास्थ्य जांच के बाद अपनी सेहत को लेकर संजीदा होते हैं ऐसा 40 साल की उम्र के बाद वाले युवाओं में अधिक देखा जा रहा है। बुजुर्गों को मौसम बदलने के साथ हमला करने वाले संक्रमण से बचाने के लिए इंजेक्शन लगाने की सलाह दी जाती है,जो फ्लू के स्टेन के आधार पर बनाए जाते हैं। हर साल बाजार में आने वाले वेक्सिग्री वैक्सीन बदले स्टेन के साथ लॉन्च किए जाते हैं,जिससे वायरस के संक्रमण के ख़िलाफ़ शरीर में आप प्राकृतिक रक्षा कवच तैयार किया जा सकता है।
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