27 नवंबर 2019, दिव्यांश यादव
महाराष्ट्र में चल रहे दंगल का कल शाम अंत हो गया,इससे पहले अजित पवार के साथ साथ देवेन्द्र फडणवीस ने भी इस्तीफा दे दिया,दरअसल इससे एक दिन पहले ही एंटी करप्शन ब्यूरो ने अजित पवार को क्लीन चिट दे दिया, और कल दोपहर अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद से अजित पवार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे है !
दरअसल महाराष्ट्र सरकार के गठन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, इस्तीफा देने के एक दिन बाद बुधवार को अजित पवार ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा कि ‘मैं एनसीपी में ही था और एनसीपी में ही रहूंगा.’ अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली थी !
इसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा कि फडणवीस बुधवार शाम पांच बजे तक अपना बहुमत साबित करें , सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पहले अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया !
अब सोचने वाली बात ये है अगर अजित पवार एनसीपी में ही थे तो बीजेपी से उनका गठबंधन क्या सिर्फ दिखावा था या एंटी करप्शन ब्यूरो के विष से निकलने का समाधान ?
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.