नई दिल्ली. विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह सोमवार दोपहर इराक से 38 भारतीयों के अवशेष लेकर भारत लौट आए। उनका स्पेशल प्लेन अमृतसर में लैंड हुआ। इससे पहले इराक में सिंह ने खुद विमान में ताबूतों को रखने में सहारा दिया। उन्होंने ट्वीट किया, “कुछ जिम्मेदारियों का बोझ काफी ज्यादा होता है।” बता दें कि इराक के मोसुल में आईएस ने 39 भारतीयों की हत्या कर दी थी, लेकिन एक का डीएनए पूरी तरह से मैच नहीं करने के चलते वहां से क्लीयरेंस नहीं मिली है।
इराक के लिए कब रवाना हुए थे वीके सिंह
– 1 अप्रैल को इराक जाते वक्त उन्होंने कहा था, “वहां से आने के बाद पहले अमृतसर, फिर कोलकाता और फिर पटना जाकर उनके परिजनों को शव सौंपूंगा। इस बारे में मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।”
किस जगह से भारत आए अवशेष?
– अवशेषों को बगदाद एयरपोर्ट से भारत लाया गया। इराक में भारतीय राजदूत प्रदीप राजपुरोहित ने बताया कि अवशेषों को रविवार को ही भारतीय अफसरों को सौंप दिया गया।
किस विमान से लाए गए?
– भारतीयों के अवशेष बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर से लाए गए। बता दें कि बोइंग सी-17 एक बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है।
अवशेषों को कहां-कहां ले जाया जाएगा?
– मारे गए लोग पंजाब, हिमाचल, पश्चिम बंगाल और बिहार के थे। अवशेषों को उन्हीं के राज्य में सौंपा जाएगा। सुषमा ने कहा था कि मरने वालों में कोई दिल्ली का नहीं है, लिहाजा इराक से फ्लाइट दिल्ली नहीं आएगी।
– सिंह ने कहा था, “हमें एक आदमी का शव केस पेंडिंग होने की वजह से नहीं मिलेगा। हम उसके परिवार को सबूतों के साथ ताबूत सौंप देंगे, जिससे उन्हें कोई शंका न रहे। मैं मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता हूं।”
वीके सिंह ने बदूश में डाला था डेरा
– इराक के मोसुल शहर से पिछले साल आईएसआईएस का सफाया हो गया था। इसका एलान होने के अगले ही दिन वीके सिंह मोसुल गए। उन्होंने वहां भारतीयों का पता लगाने की कोशिश की। यहां कोई कामयाबी नहीं मिली।
– इसके बाद एक शख्स ने वीके सिंह को बताया कि बदूश शहर में एक टीले में बहुत से शव दफनाए गए हैं। इसके बाद भारत के राजदूत और वीके सिंह ने बदूश में डेरा डाल दिया। सिंह और उनके अफसर बदूश के एक खंडहरनुमा मकान में रुके। वे वहां जमीन पर सोते थे।
रडार से हुई थी खोज
– 20 मार्च को सुषमा स्वराज ने संसद और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “जब हमें ये पता लगा कि टीले में कुछ शव हैं तो हमने इराक सरकार के साथ मिलकर डीप पेनिट्रेशन रडार से सच्चाई का पता लगाने का फैसला किया।”
– “जब ये पुख्ता हो गया कि इसमें शव हैं तो हमने उसकी खुदाई करवाई। जो शव मिले उन सभी का डीएनए टेस्ट कराया गया। 98 से 100% तक सैंपल मैच हो गए तो हमने संसद में इसकी जानकारी देना उचित समझा।”
कितने लोगों के अवशेष आए हैं?
– 38। इनमें से 27 पंजाब, 4 हिमाचल प्रदेश, 2 पश्चिम बंगाल और 6 बिहार के हैं। एक का डीएनए सैंपल मैच की पुष्टि नहीं हुई है।
सीरियल नंबर मृतक का नाम राज्य
1 धरमिंदर कुमार पंजाब
2 हरीश कुमार पंजाब
3 हरसिमरत सिंह पंजाब
4 कंवलजीत सिंह पंजाब
5 मलकीत सिंह पंजाब
6 रणजीत सिंह पंजाब
7 सोनू पंजाब
8 संदीप कुमार पंजाब
9 मनजिंदर सिंह पंजाब
10 गुरचरण सिंह पंजाब
11 बलवंत राय पंजाब
12 रूप लाल पंजाब
13 देविंदर सिंह पंजाब
14 कुलविंदर सिंह पंजाब
15 जतिंदर सिंह पंजाब
16 निशान सिंह पंजाब
17 गुरदीप सिंह पंजाब
18 कमलजीत सिंह पंजाब
19 गोबिंदर सिंह पंजाब
20 प्रितपाल सिंह पंजाब
21 सुखविंदर सिंह पंजाब
22 जसवीर सिंह पंजाब
23 परमिंदर कुमार पंजाब
24 बलवीर चंद पंजाब
25 सुरजीत मैंका पंजाब
26 नंद लाल पंजाब
27 राकेश कुमार पंजाब
28 अमन कुमार हिमाचल प्रदेश
29 संदीप सिंह राणा हिमाचल प्रदेश
30 इंदरजीत हिमाचल प्रदेश
31 हेमराज हिमाचल प्रदेश
32 समर टीकादार पश्चिम बंगाल
33 खोखन सिकदर पश्चिम बंगाल
34 संतोष कुमार सिंह बिहार
35 बिंध्यभूषण तिवारी बिहार
36 अदालत सिंह बिहार
37 सुनील कुमार कुशवाहा बिहार
38 धर्मेंद्र कुमार बिहार
39 राजू कुमार यादव बिहार (डीएनए कन्फर्म नहीं हुआ)
(स्रोत: विदेश मंत्रालय)
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