जोहानिसबर्ग. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया अनेक प्रकार के बदलावों से चौराहे पर है। नई औद्योगिक तकनीक और डिजिटल इंटरफ़ेस जिस नई दुनिया का निर्माण कर रहे हैं, वह एक अवसर भी है, और एक चुनौती भी। नई प्रणालियों और उत्पादों से आर्थिक प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे।
मोदी ने कहा कि विकास और प्रगति के केंद्र में हमेशा लोग और मानवीय मूल्य सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसलिए तकनीक जगत में चौथी औद्योगिक क्रांति के उन परिणामों पर भी हमें गंभीर विचार करने कीज़रुरत है जो हम जैसे देशों की जनता और अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव डालेंगे। हमें इस बात पर चर्चा करनी चाहिए कि हम आने वाले समय के लिए अपने आप को किस तरह अच्छी तरह से तैयार कर सकते हैं। एक अहम सवाल रोजगार के प्रकार और अवसरों का होगा।इसलिए, शिक्षा और कौशल विकास के लिए हमारी नज़रिए और नीतियों में तेज़ी से बदलाव लाना होगा।
स्कूल और यूनिवर्सिटी पाठ्यक्रम को इस तरह बनाना होगा जिससे ये हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कर सकें। हमें बहुत सजग रहना होगा कि तकनीक के क्षेत्र में आने वाले तेज बदलाव कम से कम उसी गति से पाठ्यक्रमों में स्थान पा सकें। भारत में, इस उद्देश्य के लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन की शुरूआत की गई है।
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